शहीद मोहित राठौर के अंतिम दर्शन के लिए लोगों की उमड़ी भीड़, पिता ने इकलौते शहीद बेटे को दी मुखाग्नि
punjabkesari.in Sunday, Jul 28, 2024 - 07:24 PM (IST)
बदायूं: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में शनिवार को आतंकवादी हमले में शहीद हुए राइफलमैन मोहित राठौर का रविवार को उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में स्थित उनके गांव में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया। मोहित राठौर के अंतिम संस्कार से पहले ही उनके अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई थी। हर किसी ने नम आंखों से विदाई थी। सेना के जवानों ने शहीद को अंतिम सलामी दी। पिता ने अपने शहीद इकलौते बेटे को मुखाग्नि दी। हर तरफ भारत माता की जय और शहीद मोहित अमर रहें, के नारे गूंजते रहे।
आप को बता दें कि राठौर (27) अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे। वे 2017 में सेना में भर्ती हुए थे। राठौर का पार्थिव शरीर रविवार को उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के इस्लामनगर थाना क्षेत्र के सभानगर रविवार को सेना के जवान लेकर पहुंचे उसके बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गाया।
इस्लामनगर थाने के एसएचओ हरेंद्र कुमार ने बताया कि राठौर किसान नत्थू सिंह के इकलौता बेटे थे। कई साल पहले उनकी मां कलावती का देहांत हो गया था। करीब डेढ़ साल पहले उसकी शादी रुचि चौहान से हुई थी।उनके परिवार में उनके पिता, तीन बहनें और पत्नी हैं। उनकी दो बहनें विवाहित हैं जबकि एक बहन अभी अविवाहित है। एसएचओ ने बताया कि राठौर जनवरी में छुट्टी पर आए थे और फिर 14 फरवरी को ड्यूटी पर वापस चले गए थे।
शहीद की बहन ने कहा कि भाई की याद में गांव में सरकार कम से कम एक पार्क बनवा दे और उसकी मूर्ति लगवा दे। कहा कि परिवार में लोगों को पता ही नहीं था कि मोहित जम्मू-कश्मीर में तैनात है. उन्हें यही जानकारी थी कि मोहित राजस्थान में तैनात है। करीब 5 महीने पहले मोहित जम्मू-कश्मीर गया था। हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार ने शहीद के परिजनों एक नौकरी और आर्थिक मदद के रूप में 50 लाख रुपए देने का ऐलान किया है। सीएम ने कहा इस दुख की घड़ी में सरकार शहीद परिवार के साथ खड़ी है।