Norovirus Alert: इंसान से इंसान में तेजी से फैल रहा खतरनाक वायरस, जानिए लक्षण और बचाव; छोटी सी गलती बन सकती है जानलेवा, कुछ ही घंटों में....
punjabkesari.in Saturday, Dec 20, 2025 - 06:54 PM (IST)
Norovirus Alert: अगर बिना किसी पूर्व चेतावनी के अचानक उल्टी और दस्त शुरू हो जाएं, तो यह सामान्य फूड पॉइजनिंग नहीं बल्कि नॉरोवायरस संक्रमण का संकेत हो सकता है। यह एक बेहद संक्रामक वायरस है, जो पेट और आंतों को प्रभावित करता है और बहुत तेजी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। अक्सर लोग इसे ‘स्टमक फ्लू’ समझ लेते हैं, जबकि इसका इन्फ्लुएंजा या फ्लू वायरस से कोई संबंध नहीं होता।
क्या है Norovirus ?
नॉरोवायरस दुनिया भर में पेट से जुड़ी बीमारियों और फूड पॉइजनिंग का प्रमुख कारण माना जाता है। इसकी पहचान पहली बार साल 1968 में अमेरिका के ओहायो राज्य के नॉरवॉक शहर में हुई थी, जिसके चलते इसे पहले नॉरवॉक वायरस कहा जाता था। आज यह वायरस वैश्विक स्तर पर गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुका है।
कितना आम है यह संक्रमण?
नॉरोवायरस संक्रमण बेहद आम है। हर साल दुनियाभर में इसके करीब 68 करोड़ से ज्यादा मामले सामने आते हैं, जिनमें 20 करोड़ से अधिक बच्चे शामिल होते हैं। ठंड के मौसम में यह वायरस ज्यादा सक्रिय रहता है और नवंबर से अप्रैल के बीच इसके मामलों में तेज़ी देखी जाती है।
Norovirus के लक्षण क्या हैं?
इस वायरस के लक्षण अचानक शुरू होते हैं और तेजी से गंभीर हो सकते हैं।
इसके प्रमुख लक्षण इस प्रकार हैं-
तेज मतली और बार-बार उल्टी
पानी जैसे दस्त
पेट में तेज दर्द और ऐंठन
इसके अलावा कुछ मरीजों में बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द और अत्यधिक कमजोरी भी देखी जाती है। वायरस के संपर्क में आने के 12 से 48 घंटे के भीतर लक्षण उभरने लगते हैं और आमतौर पर 1 से 3 दिन तक बने रहते हैं।
कैसे फैलता है Norovirus ?
नॉरोवायरस अत्यंत संक्रामक होता है और कई तरीकों से फैल सकता है। जैसे-
संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क से
दूषित सतह छूने के बाद मुंह या नाक छूने से
गंदा या अधपका खाना खाने से
दूषित पानी पीने से
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क्यों हो सकता है यह संक्रमण खतरनाक?
अक्सर यह वायरस तब फैलता है, जब संक्रमित व्यक्ति भोजन बनाता या परोसता है। कुछ समुद्री भोजन, जैसे ऑयस्टर, प्राकृतिक रूप से भी इससे संक्रमित हो सकते हैं। हालांकि अधिकांश मामलों में बीमारी कुछ दिनों में ठीक हो जाती है, लेकिन इसकी सबसे बड़ी जटिलता है डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी और जरूरी मिनरल्स की कमी।
डिहाइड्रेशन के संकेत हो सकते हैं-
पेशाब का कम होना
मुंह सूखना
चक्कर आना
अत्यधिक कमजोरी
बच्चों में सुस्ती, ज्यादा नींद या बिना आंसू के रोना
इलाज क्या है?
नॉरोवायरस के लिए फिलहाल कोई खास दवा या वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। इलाज का मकसद केवल लक्षणों को नियंत्रित करना होता है। जैसे -
पर्याप्त मात्रा में पानी और ORS लेना
पूरा आराम करना
हल्का, सादा और सुपाच्य भोजन करना
गंभीर स्थिति में डॉक्टर की सलाह लेना बेहद जरूरी
बचाव ही सबसे बड़ा उपाय
नॉरोवायरस से बचाव के लिए सावधानी ही सबसे प्रभावी तरीका है-
साबुन और पानी से बार-बार हाथ धोना
खाना अच्छी तरह पकाकर खाना
गंदी और संक्रमित सतहों की नियमित सफाई
बीमार व्यक्ति से दूरी बनाए रखना
नोट:- ध्यान रखें, हैंड सैनिटाइजर नॉरोवायरस पर ज्यादा प्रभावी नहीं होता, इसलिए हाथ धोना सबसे जरूरी है।

