Shahjahanpur: SP ऑफिस परिसर में खुद को आग लगाने वाले ताहिर की मौत, शव पहुंचते ही परिवार में मचा कोहराम

punjabkesari.in Sunday, Mar 17, 2024 - 08:31 PM (IST)

शाहजहांपुरः खुद को आग लगाने वाले ताहिर अली की लखनऊ मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान 10 दिन बाद मौत हो गई। दस दिन से वह लखनऊ मेडिकल कॉलेज में जिंदगी और मौत से जूझ रहा था। लखनऊ में पोस्टमार्टम के बाद परिवार वाले शव कांट लेकर आ गए।

एसपी ऑफिस में पेट्रोल डालकर खुद को लगा ली थीआग
कांट क्षेत्र के मोहल्ला सेहरान निवासी ताहिर अली (45) ने पांच मार्च को दोपहर 12 बजे एसपी ऑफिस में पेट्रोल डालकर खुद को आग लगा ली थी। पुलिस कर्मियों व अन्य लोगों ने आग बुझाई थी। वह 50 प्रतिशत आग से झुलस गया था। उसे मेडिकल कॉलेज से लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था। जहां इलाज के दौरान ताहिर अली की दसवें दिन रात पौने 12 बजे मौत हो गई थी। उसका आरोप था कि डेढ़ वर्ष पूर्व सदर बाजार क्षेत्र के गांव चिनौर के एक व्यक्ति को किराए पर दोनों पिकअप दी थी। आरोप था कि आरोपी किराया दे रहा था और न ही पिकअप वापस कर रहा था। एसपी के आदेश पर 13 अक्टूबर 23 को पुलिस ने दोनों वाहन कैंट चौकी पर खड़ा कर लिए थे। 16 अक्टूबर 23 को चौकी से पिकअप लेकर कांट जा रहा था तो आरोपी ने अपने साथियों की मदद से पिकअप छीनने का प्रयास किया था। ताहिर ने सदर बाजार थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

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पुलिस की करतूत से आहत था ताहिर 
मृतक ताहिर का आरोप था कि पुलिस आरोपियों के साथ उसके घर गई और दोनों पिकअप को लेकर चली आई थी। दोनो वाहन चौकी में खड़ा कर लिए थे। उसने वाहन रिलीज के लिए कोर्ट में अर्जी लगाई थी तो पुलिस ने दोनों वाहन गायब करा दिए थे। पीड़ित की थाना सदर बाजार व पुलिस चौकी पर सुनी नहीं जा रही थी और मजबूरन ने उसने यह कदम उठाया था।

घर पर शव पहुंचते ही परिवार में मचा कोहराम
लखनऊ मेडिकल कालेज में ताहिर अली की मौत के बाद पोस्टमार्टम कराया गया। शनिवार की शाम साढ़े छह बजे उसका शव लखनऊ से घर पहुंचा। उसकी पत्नी का नाम मैनाज बानो और उसके चार बच्चे है, जो 13 वर्ष की अलीशा, सात वर्ष वर्ष अनस, पांच वर्ष का एहसान, डेढ़ की आयशा है। ताहिर अली की मां का नाम कैसरी बेगम है। चार भाइयों में चौथे नंबर का था। परिवार में रोना पीटना मच गया।


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Content Writer

Ajay kumar

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