Delhi Bomb Blast: मसूद अजहर गैंग में लखनऊ की डॉ. शाहीन, प्यार के लिए पति को छोड़ा...फिर थाम ली जैश-ए-मोहम्मद का दामन, ऐसे बनी आतंकी!
punjabkesari.in Wednesday, Nov 12, 2025 - 01:51 PM (IST)
Delhi Bomb Blast: देश की राजधानी दिल्ली में हुए धमाके को भले ही 2 हो गए हैं लेकिन उसकी धमक अभी भी पूरे देश में गूंज रही है। धमाके के बाद हालात और मंजर इतने भयावह थे कि वहां मौजूद लोगों के बयान में साफ दिखाई दे रहा है। इस बम धमाके में 10 लोग अपनी जान गवां दिए हैं। वहीं, 12 लोग अभी- भी घायल है जिनका इलाज चल रहा है। इस धमाके के बाद एक नाम की चर्चा तेजी से होने लगी है और वह नाम है डॉक्टर शाहीन शाहिद।
आपको बता दें कि डॉक्टर शाहीन शाहिद को एटीएस ने बम धमाका होने से पहले ही फरिदाबाद से गिरफ्तार किया था। शाहीन का नाम उसी आतंकी नेटवर्क से जुड़ा है, जिस नेटवर्क का नाम दिल्ली ब्लास्ट में आया है। बताया जा रहा है कि डॉक्टर शाहीन प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की महिला इकाई जमात-उल-मोमिनात का हिस्सा है। उसकी जिंदगी काफी विवादों में रही है। खुद पति ने भी उसका काला चिट्ठा खोलकर रख दिया है।
विस्तार से जानिए इस खूंखार महिला की कहानी
आपको याद होगा कि कुछ वक्त पहले मसूद अजहर की एक ऑडियो वायरल हुई थी। जिसमें पाकिस्तान में बैठे आतंकी मसूद अजहर बोल रहा था। उस ऑडियो में कहा गया था कि जैश-ए-मोहम्मद के महिला विंग जमात-उल-मोमिनात को बनाया जाए। अब कहा जा रहा है कि ये वही महिला विंग है जिसकी भारत में कमान डॉक्टर शाहीन को सौंपी गई थी। वो दिल्ली हमले से पहले लगातार मसूद की बहन सादिया अजहर के कॉन्टैक्ट में थी। इस संगठन की अगुवाई पाकिस्तान में मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर ही कर रही है। खबर है कि सादिया ही डॉक्टर शाहीन भारत में जैश की महिला विंग बना रही थी।
शाहीन ने मुंबई के डॉक्टर जफर हयात से किया था निकाह
मिली जानकारी के अनुसार, लखनऊ की रहने वाली शाहीन मुंबई के डॉक्टर जफर हयात से शादी की जिसके बाद उनके बच्चे भी हैं। वहीं, पुलिस का कहना है कि शादी के बाद शाहीन और जफर एक दूसरे साथ ज्यादा दिन रह नहीं पाए और 2015 में दोनों एक दूसरे से अलग हो गए। कई लोग तालाक का कारण शाहीन का दूसरा अफेयर भी बताते हैं। तलाक के बाद शाहीन हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल फलाह विश्वविद्यालय से जुड़ गई थी। यहीं पर डॉ. मुजम्मिल ( शाहीन का नया प्रेमी ) भी काम कर रहा था। उन्होंने कहा कि संभावना है कि इस दौरान डॉ. शाहीन सईद किसी विशेष विचारधारा के प्रभाव में आ गई थी।

