बरेली-मुरादाबाद ग्रेजुएट MLC चुनाव में कौन मारेगा बाजी ? भाजपा व सपा में सीधी टक्कर...पर राह नहीं आसान
punjabkesari.in Saturday, Jan 28, 2023 - 09:03 PM (IST)

मुरादाबाद: बरेली-मुरादाबाद (Bareilly-Moradabad) स्नातक निर्वाचन क्षेत्र (Graduate Constituency) के चुनाव (Election) में सिर्फ एक दिन बाकी है और पार्टी विशेष तथा निदर्लीय उम्मीदवार व्यापक जनसंपर्क अभियान पर हैं लेकिन सभी को जनसंपर्क के दौरान बेरोजगार स्नातक, मंहगी शिक्षा, नौकरी आदि मुद्दों को लेकर मुखर युवा वोटरों से जूझना पड़ रहा है। चुनाव प्रचार में मतदाताओं से संपर्क के दौरान सपा-भाजपा जैसे राजनीतिक दल बेरोजगार स्नातकों के सवालों से कन्नी काटते नजर आ रहे हैं।
बेरोजगार स्नातक संघ से जुड़े हुए दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र बलराम मौरल द्वारा भाजपा नेताओं से सीधे संवाद कर जानना चाहा कि पिछले पच्चीस साल से स्नातक सीट पर भाजपा प्रत्याशी जीत हासिल करते चले आ रहे हैं लेकिन दो बार के एम एल सी मौजूदा भाजपा प्रत्याशी डा.जयपालसिंह व्यस्त द्वारा स्नातक जनप्रतिनिधि होने के नाते बेरोजगार स्नातकों की बेहतरी के लिए उच्च सदन में कुल कितने सवाल उठाए हैं। मंहगी शिक्षा, कोचिंग, सरकारी नौकरियों की अनिश्चितता आदि समस्याएं बेरोजगार स्नातकों के सामने जीवन मरण का प्रश्न बना हुआ है। लेकिन निर्वाचित होने के बाद जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से ऐसी तमाम समस्याओं का कोई समाधान नहीं दिखता है। जनसंपर्क थमने तक मतदाताओं के सवालों से इतर सीट पर जीत दर्ज हासिल करने से विधान परिषद में पार्टी सदस्यों की संख्या में बढ़ोतरी हो जाएगी। स्नातक मतदाताओं की बेहतरी के लिए प्रत्याशियों को और कोई जवाब नहीं सूझा।
बरेली मुरादाबाद खंड स्नातक चुनाव में सीधी टक्कर भाजपा और सपा में हैं। जहां भाजपा ने डॉक्टर जयपाल सिंह व्यस्त को मैदान में उतारा है तो वहीं दूसरी तरफ सपा ने उनके खिलाफ शिवप्रताप सिंह को मैदान में खड़ा किया है। दोनों ही अपने आप को विजय प्रत्याशी मान रहे हैं। चुनाव में वोटरों को जोड़ने के लिए दोनों ही पाटिर्यों के पदाधिकारी शहर से लेकर देहात तक लगे हुए हैं। कार्यकर्ता वोटरों को तलाश रहे हैं। चुनाव में ज्यादा से ज्यादा फीसदी मतदान हो सके इसके लिए वोटरों को मतदान स्थल तक लेकर जाना पहला उद्देश्य है। बरेली-मुरादाबाद ग्रेजुएट एमएलसी चुनाव के लिए 30 जनवरी को मतदान होगा, मतदान के लिए मुरादाबाद में 39, अमरोहा में 26, रामपुर में 21, बिजनौर में 36, संभल में 14, बदायूं में 28, बरेली में 36, पीलीभीत में 13, शाहजहांपुर में 32 मतदेय स्थल बनाए गए हैं। मुरादाबाद जनपद में इस बार दस हजार के आसपास बढ़ोतरी के बाद कुल मतदाताओं की संख्या 32 हजार 98 है। इसमें पुरुषों की संख्या 19 हजार 136 और 12 हजार 962 महिला मतदाता हैं।
मतदाताओं से राजनीतिक दलों का संपर्क जोरों पर है। निर्दलियों के अलावा भाजपा और सपा इस चुनाव में खास तैयारियों में जुटे हैं। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल का भी दौरा हो चुका है उससे पहले भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चौधरी भूपेन्द्र मुरादाबाद मंडल के कार्यकर्ताओं में जीत दोहराने का मंत्र फूंक गए है। भाजपा से मुरादाबाद निवासी डा.जयपाल सिंह व्यस्त लगातार दूसरी बार एमएलसी है। यह चुनाव विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए जरूरी सीट हासिल करने के द्दष्टिकोण से भी पार्टी के लिए बहुत अहम चुनाव है। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी 2014 के मुकाबले पश्चिम उत्तर प्रदेश में कमजोर साबित हुई थी। अभी तक पश्चिम उत्तर प्रदेश की 14 लोकसभा सीटों में से सात सीटें भारतीय जनता पार्टी के पास थी, लेकिन आजम खां के गढ़ रामपुर के फतह करने के बाद अब बढ़कर आठ हो गई हैं।
मुरादाबाद मंडल समाजवादी पार्टी का गढ़
मुरादाबाद मंडल की मुरादाबाद, संभल, रामपुर, अमरोहा, नगीना और बिजनौर की अधिकांश सीटों पर मुस्लिम मतदाता प्रभावी संख्या में हैं। इस वजह से वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बाद भी भाजपा यहां एक सीट भी नहीं जीत पाई थी। मुरादाबाद, संभल और रामपुर लोकसभा सीट पर सपा जीती थी जबकि बिजनौर, अमरोहा और नगीना पर बसपा को जीत हासिल हुई थी इसलिए मुरादाबाद मंडल को समाजवादी पार्टी का गढ माना जाता रहा है।