आजादी के 75 साल बाद भी यूपी के इस गांव में नहीं पहुंची बिजली, मोमबत्ती जलाकर पढ़ते हैं गांव के बच्चे

punjabkesari.in Friday, Nov 04, 2022 - 05:30 PM (IST)

फतेहपुर ( नितेश श्रीवास्तव) : जिले में एक ऐसा भी गांव है जहां आजादी के 7मोमबत्ती पूरे होने के बाद भी  बिजली नहीं पहुंची है। खास बात यह है कि यह गांव नगरपालिका क्षेत्र के वार्ड में पड़ता है। ग्रामीणों के काफी प्रयास के बाद उन्हें सांतवना देने के लिए बिजली विभाग के द्वारा खम्बे और तार तो लगवा दिए गए लेकिन घरों तक बिजली नहीं पहुंची। ग्रामीणों का कहना है की नगरपालिका चुनाव से पहले अगर बिजली नहीं आएगी तो हम लोग इस बार चुनाव का वहिष्कार करेंगे। 

बिजली नहीं मिली तो चुनाव का करेंगे विरोध 
फतेहपुर जिले में नगर पालिका परिषद सदर के वार्ड नंबर 13 के मूसेपुर गांव में आजादी के 75 साल पूरा होने के बाद भी अंधेरा छाया हुआ है। ग्रामीणों के लाख प्रयास के बावजूद आज तक इस गांव को रोशन नही किया जा सका है। गांव के स्कूली बच्चे आज भी शाम होने पर मोमबत्ती के रोशनी में पढ़ाई करते है। गांव में बिजली के लिए ग्रामीणों ने जिले के आलाधिकारियों व नगर पालिका परिषद के ईओ से भी मिलकर गुहार लगाई लेकिन कोई भी इस गांव को रोशन नहीं कर पाया। पूर्व सदर विधायक विक्रम सिंह के प्रयास के बाद गाँव मे तीन वर्ष पूर्व बिजली के खंभे और तार तो जरूर लग गए लेकिन बिजली की सप्लाई आज तक नही की गई। जिसकी वजह से यह बिजली के खंभे और तार शो पीस बनकर रह गए हैं। गांव वालों का कहना है कि चुनाव से पहले अगर बिजली नहीं मिलती है तो वह चुनाव का बहिष्कार करेंगे। 

पैसा आवंटित होते ही आपूर्ति शुरू हो जाएगी
जब इस मामले बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता सैय्यद अब्बास रिज़वी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि शासन को स्टीमेट बनाकर भेजा गया है। जैसे ही पैसा आवंटित होगा गाँव मे बिजली की आपूर्ति का काम शुरू कर दिया जाएगा। 

गांव वालों ने बया किया दर्द
रंजीत यादव (ग्रामीण) ने बताया की हमारी उम्र लगभग 26 - 27 वर्ष हो चुकी हैं। काफी पैरवी की तो खम्बे और तार लगे लेकिन बिजली नहीं आई। गांव में कनेक्शन के लिए 50 से 55 लोग तैयार हैं। एप्लीकेशन भी दिया है लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। दिक्कतें यह हो रही है की बिजली न होने के कारण गांव में शिक्षा का अभाव है। बच्चे पढ़ नहीं पाते। 
अमर पाल (छात्र) ने बताया की हमारे गाँव में बिजली नहीं है। जिसके कारण हम लोगों को मोमबत्ती के सहारे पढाई करना पड़ता है। जब से हम पैदा हुए है। तब से गांव में बिजली नहीं है। हमारी मांग है की हमारे गांव में जल्द से जल्द बिजली आ जाए। जिससे हमलोग पढ़ सके। 
सावित्री (छात्रा)  ने बताया की हमारे गाँव में बिजली नहीं हैं जिसके कारण हमलोगों को पढाई में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है मोमबत्ती जलाकर पढ़ने से हमलोगों की आँख भी ख़राब हो जाती है। 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Prashant Tiwari

Recommended News

Related News

static