देवबंद दारुल उलूम का फतवा- मस्जिदों में सैनिटाइजर का प्रयोग सही

punjabkesari.in Friday, Jun 12, 2020 - 01:08 PM (IST)

सहारनपुर: इस्लामिक धार्मिक स्थलों में अल्कोहल वाले सैनिटाइजर के इस्तेमाल को लेकर चल रही बहस पर विश्व विख्यात दीनी तालीम के अज़ीम मरकज दारुल उलूम देवबंद ने देश के मौजूदा हालात को देखते हुए सैनिटाइजर के प्रयोग को सही करार दिया है। दारूल उलूम ने फतवा जारी कर कहा कि देश में इस समय कोरोना महामारी फैली हुई है तथा ऐसे में मस्जिदों के अंदर सैनिटाइजर का छिड़काव, हाथों पर सैनिटाइजर लगा होने के बावजूद वजू कर लेना मस्जिदों के फर्श को सैनिटाइज करना मजबूरी के तहत दुरुस्त है।

अल्कोहल वाले सैनिटाइजर का प्रयोग गैर इस्लामिक: आला हजरत
बता दें कि बरेली स्थित दरगाह आला हजरत की ओर से बयान जारी किया गया था कि अल्कोहल वाले सैनिटाइजर का प्रयोग गैर इस्लामिक है। मस्जिदों में इसका उपयोग नहीं किया जा सकता। दरगाह आला हजरत के इस बयान से देश ही नहीं दुनियाभर के लोगों में संसय की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। इसी बात को लेकर विश्व विख्यात दीनी तालीम के अज़ीम मरकज दारुल उलूम देवबंद ने फतवा जारी कर इस बाबत समाधान किया।    

अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर के इस्तेमाल में संशय नहीं: देवबंद
दारुल उलूम देवबंद की खंडपीठ ने दरगाह आला हजरत के फतवे को पलटते हुए कहा है कि, दवाओं और सैनिटाइजर में इस्तेमाल होने वाला अल्कोहल, गन्ने के रस एवं कई तरह की सब्जियों सहित इंधन के प्रयोग से बनाया जाता है। इसलिए इस तरह के अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर को इस्तेमाल करने में किसी प्रकार का संशय नहीं है।


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Edited By

Umakant yadav

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