फर्जी जज बनकर हड़पे 59.50 लाख; पकड़ने गई पुलिस तो कुत्ते छोड़े, 3 घंटे तक रहे चुप, फिर पुलिस ने किया कुछ ऐसा कि खोल दिए सारे राज
punjabkesari.in Tuesday, Sep 16, 2025 - 02:45 PM (IST)

लखनऊ: यूपी की राजधानी लखनऊ में जज बनकर KGMU की नर्सिंग ऑफिसर को शादी का झांसा दिया और फिर 59.50 लाख ठग लिए। तलाश में जुटी कानपुर पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया है। आरोपी विष्णु शंकर गुप्ता उर्फ अंशुमान विक्रम आइएएस, आइपीएस तो कभी न्यायिक अधिकारी बनकर 10 से ज्यादा लोगों से करोड़ों रुपये ठग चुका है। पुलिस की टीम जब उसके घर पर पहुंची तो उसने उस पर 2 कुत्तों को छोड़ दिया। पुलिस की टीम किसी तरह उन कुत्तों से बचकर अंदर पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
जानिए पूरा मामला
बुलंदशहर की रहने वाली युवती लखनऊ के लाजपत नगर में रहती है। वह केजीएमयू में नर्सिंग आफिसर हैं। उनके पिता ने उनकी शादी के लिए मेट्रोमोनियल साइट पर फरवरी 2025 में विज्ञापन दिया था। विज्ञापन देखकर एक युवक ने उनके पिता से संपर्क किया और खुद को सीतापुर का एडीजे बताते हुए शादी का प्रस्ताव रख दिया। उसने अपनी बातों से पिता के दिल जीत लिया और फिर बेटी का नंबर ले लिया। युवती ने भी शादी के लिए हां कर दी। इसके बाद दोनों की बातचीत होने लगी। बातों में फंसाकर आरोपी ने एक करोड़ की कार खरीदने की बात कही और युवती से लोन करवा लिया।
तबीयत का बहाना बनाया और रकम लेकर भाग गया आरोपी
लोन करवाने के बाद युवती के खाते में लोन के रुपये आ गए। सात सितंबर को वह 59.50 लाख रुपये लेकर चारबाग से झकरकटी बस स्टैंड पहुंचीं। इसके बाद चुन्नीगंज स्थित शनिदेव मंदिर में दोनों की मुलाकात हुई। वहां से दोनों फिल्म देखने गए। बीच में ही तबीयत खराब होने का बहाना बनाकर आरोपी पैसे लेकर भाग गया। इसके बाद पीड़िता ने रिपोर्ट दर्ज कराई।
ऐसे पकड़ा गया आरोपी
पीड़िता ने कर्नलगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान पुलिस ने 380 सीसी कैमरे खंगाले। सुराग मिलने के बाद शुक्लागंज स्थित कंचन नगर में तरुण कुशवाहा के मकान में छापा मारकर विष्णुशंकर गुप्ता और उसकी तलाकशुदा पत्नी आयुषी गुप्ता को पकड़ना चाहा तो दोनों ने पुलिसकर्मियों पर हमले का प्रयास कर जर्मन शेफर्ड कुत्ते छोड़ दिए। कुत्तों से बचकर पुलिस ने किसी तरह दोनों को पकड़ा। इसके बाद आरोपी के घर से 42.50 लाख रुपये, कार, दो मोबाइल फोन, जज का फर्जी परिचयपत्र और बार एसोसिएशन का कार्ड बरामद हुआ है।
तीन घंटे पूछताछ के बाद भी नहीं उगला राज
पुलिस दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने लगी। 3 घंटे पूछताछ करने के बाद भी आरोपी चुपचाप रहे और अपना राज नहीं खोला। इसके बाद पुलिस ने इन दोनों आरोपियों को गधे पर बैठाकर मुहल्ले में घुमाने और उनके काले धंधों की मुनादी कराने की चेतावनी दी तो उन्होंने राज उगल दिए। इसके बाद घर में रखे 25 लाख रुपये और दूसरी जगह रखे 17.50 लाख रुपये बरामद कराए। दोनों आरोपी मिलकर पहले भी कई लोगों को फंसाकर ठगी कर चुके है।