''मार-मार के बेहोश कर दूंगा... मैं किसी से नहीं डरता'', चौकी प्रभारी ने छात्र को बुरी तरह पीटा, गाली-गलौज भी किया
punjabkesari.in Monday, Oct 06, 2025 - 10:19 AM (IST)

कानपुर: यूपी के कानपुर जिले में पुलिस की दबंगई का एक मामला सामने आया है। यहां पर एक चौकी प्रभारी ने एक छात्र की जमकर पिटाई की और उसके साथ गाली-गलौज भी किया। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी छात्र को थप्पड़ और लात मारता है। साथ ही उसे धमकी दे रहा है कि उसे मार-मारकर बेहोश कर देगा। वीडियो प्रसारित होने के बाद चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर किया गया है।
जानिए पूरा मामला
बता दें कि सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने के आरोपी छात्र की पिटाई करते और गाली-गलौज करते नजर आने पर एक पुलिस चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर किया गया है। पुलिस ने बताया कि उप-निरीक्षक अमित विक्रम त्रिपाठी द्वारा रविवार को किदवई नगर पुलिस चौकी के अंदर छात्र को थप्पड़ मारने और लात मारने का वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद त्रिपाठी को देर रात लाइन हाजिर कर दिया गया।उन्होंने बताया कि नारामऊ निवासी छात्र अक्षय प्रताप सिंह रविवार को अपने दोस्त शिवराजपुर निवासी अभिषेक दुबे के साथ किदवई नगर में घूम रहा था। उसी दौरान गौशाला चौराहे पर किदवई नगर पुलिस चौकी प्रभारी अमित विक्रम त्रिपाठी ने कथित तौर पर अक्षय से जांच के लिए अपनी मोटरसाइकिल रोकने को कहा।
चौकी प्रभारी ने छात्र का कॉलर पकड़ा और धक्का-मुक्की की
हालांकि, अक्षय ने अपनी मोटरसाइकिल रोकने के बजाय उसकी रफ्तार बढ़ा दी तो पुलिस ने उसका पीछा करके उसे पकड़ लिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस चौकी प्रभारी अमित विक्रम त्रिपाठी ने चौकी परिसर के अंदर अक्षय का कॉलर पकड़ा और धक्का-मुक्की की। जब अक्षय ने यह कहते हुए आपत्ति जताई कि ऐसी कार्रवाई कानून के खिलाफ है, तो दारोगा अपना आपा खो बैठा और उसे थप्पड़ और लात मारने लगा। साथ ही अपशब्द भी कहे।
छात्र के दोस्त ने बना लिया वीडियो
घटनास्थल पर मौजूद एक कांस्टेबल ने कथित तौर पर मारपीट रोकने के लिए हस्तक्षेप किया। अक्षय के दोस्त अभिषेक ने इस घटना का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। बाबू पुरवा के पुलिस क्षेत्राधिकारी दिलीप सिंह ने बताया कि वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद पुलिस उपायुक्त (दक्षिणी) दीपेंद्र नाथ चौधरी ने मामले का संज्ञान लिया और त्रिपाठी को तुरंत लाइन हाजिर कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे मामले की जांच सौंप दी गई है और मुझे निर्धारित समय सीमा के भीतर पुलिस उपायुक्त को तथ्यान्वेषी रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है।''