IAS रिश्वतखोरी शिकायत प्रकरण, योगी ने मुख्यसचिव को दिए वस्तुस्थिति बताने के निर्देश

punjabkesari.in Friday, Jun 08, 2018 - 06:41 PM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक आईएएस अधिकारी के खिलाफ रिश्वतखोरी की शिकायत के सिलसिले में भेजे गए राज्यपाल राम नाईक के पत्र का संज्ञान लेते हुए आज मुख्य सचिव को पूरे मामले की तथ्यात्मक स्थिति के बारे में बताने के निर्देश दिए।     

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी ने मुख्य सचिव राजीव कुमार से कहा है कि वह राज्य सरकार को अभिषेक गुप्ता नामक व्यक्ति द्वारा एक आईएएस अधिकारी के खिलाफ रिश्वत का आरोप लगाए जाने के प्रकरण की तथ्यात्मक जानकारी दें। हरदोई जिले में अपने पेट्रोल पम्प की तरफ जाने वाली सड़क चौड़ी करने के इच्छुक गुप्ता ने मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एस. पी. गोयल पर सड़क चौड़ीकरण के लिए जमीन उपलब्ध कराने के एवज में 25 लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए गत 18 अप्रैल को इसकी शिकायत ई-मेल के जरिये राज्यपाल से की थी।  

गुप्ता का कहना है कि सम्बन्धित तेल कम्पनी ने उसके पेट्रोल पम्प को मंजूरी दे दी है और वह पम्प की तरफ आने वाली सड़क को चौड़ी कराना चाहते हैं। इसकी अर्जी मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव गोयल के पास है। मगर रिश्वत ना दे पाने के कारण वह मामले को आगे नहीं बढ़ा रहे हैं और अर्जी को खारिज करने की धमकी दे रहे हैं। नाइक ने गत 30 अप्रैल को इस सिलसिले में मुख्यमंत्री योगी को भेजे गये पत्र में आरोपी अधिकारी के खिलाफ जांच करके समुचित कार्रवाई करने को कहा था। 

इस बीच, प्रदेश भाजपा कार्यालय के प्रभारी भरत दीक्षित ने गुप्ता पर आरोप लगाया कि वह भाजपा नेताओं का नाम लेकर अधिकारी पर दबाव बनाते हुए अपना गलत काम करवाना चाहता है। दीक्षित की शिकायत पर लखनऊ पुलिस ने गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके पूछताछ के लिये उसे हिरासत में ले लिया है।  इस बीच, मामले ने राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।  

अखिलेश ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि पुलिस ने आखिर अधिकारी पर लगे आरोप की जांच करने के बजाय शिकायतकर्ता को हिरासत में लेने की जल्दबाजी क्यों दिखायी। ‘‘हम चाहते हैं कि मामले की सीबीआई जांच हो। 
 


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Ruby

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