आदमखोर कुत्तों की तलाश में हांफ रही टीमें हुई सुस्त, प्रभावित इलाकों में पहुंची IBRI की टीम

punjabkesari.in Thursday, May 10, 2018 - 12:27 PM (IST)

सीतापुर: उत्तर प्रदेश में सीतापुर के खैराबाद क्षेत्र में आतंक का पर्याय बने आदमखोर कुत्तों की तलाश मे जुटी टीमें अब सुस्त होने लगी हैं। पिछले 2 दिनों से कोई घटना न होने के कारण टीमों का सर्च अॉपरेशन भी थमने लगा है। उधर, खैराबाद में कुत्तों के खूंखार होने की पड़ताल के लिए एशिया की सबसे बड़ी संस्था आईबीआरआई बरेली के 4 वैज्ञानिक यहां पहुंचे। आईबीआरआई की टीम प्रभावित इलाकों में गई और पीड़ित परिवारों और ग्रामीणों से बातचीत भी की। इसके अलावा वैज्ञानिकों ने नमूने लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं।
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सूत्रों ने बताया कि क्षेत्र से बुधवार को 2 कुत्ते पकड़े गए। एक मई से खैराबाद, तालगांव, शहर कोतवाली के ग्रामीण इलाके आवार खूंखार कुत्तों के कहर से परेशान थे। इन कुत्तों ने 13 बच्चों की जान ले ली वहीं बड़ी संख्या में लोग इनके हमलों से जख्मी हो गए। 13 मौतों के बाद प्रशासनिक सक्रियता बढी और ताबड़तोड़ टीमें बनाकर कुत्तों की तलाश शुरू की गई। आम की बागों, खेतों में कुत्तों की लोकेशन ट्रेस होने के बाद ड्रोन कैमरों की मदद से कुत्तों को पकड़ा गया।
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अॉपरेशन डॉग में लगी टीमों की मानें तो अब तक कुल 35 से 40 कुत्ते पकड़े गए हैं, जिनमें ग्रामीणों ने 4 कुत्तों को मार दिया है। पिछले 2 दिनों से कुत्तों के हमलों की कोई भी घटना प्रकाश में नही आई है। माना जा रहा है कि यह कुत्ते अब क्षेत्र को छोड़कर चले गए हैं या फिर पकड़े जा चुके हैं। पकड़े गए कुत्तों को कान्हा उपवन केन्द्र लखनऊ भेजा गया है। इन कुत्तों की नसबंदी कराई जा रही है।
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जिला प्रशासन ने आईबीआरआई बरेली के डॉयरेक्टर से सम्पर्क साधा जहां से डॉ. दिनेश चन्द्र, डॉ. कारीकलन, डॉ. वीके सिन्हा और डॉ. विकास सिंह को सीतापुर भेजा गया। डॉ. विकास सिंह ने बताया कि कुत्तों का व्यवहार कैसे बदला, यह किस तरह से हिंसक हो गए इसकी पड़ताल करने के लिए प्रभावित इलाकों सहित खैराबाद के करबला मैदान और उसके निकट आम के बाग का निरीक्षण किया।  इस दौरान कुत्तों की लार, ब्लड़ और चमड़ी का नमूना लेकर जांच के लिए उसे आईबीआरआई बरेली भेजा गया है।
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डॉ. सिंह ने कहा कि बच्चों पर हमला करने वाला जानवर कुत्ता ही है या कोई अन्य इस बात की पुष्टि रिपोर्ट आने के बाद ही दी जा सकती है। उन्होने कहा कि जो प्रशासनिक टीम कुत्तों की तलाश में लगी है उसका कहना है कि हमला करने वाला जानवर कुत्ता ही है। इस बीच जिलाधिकारी शीतल वर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन किसी भी प्रकार के जानवर को मारने में या उनके उत्पीड़न में शामिल नहीं है जिला प्रशासन सभी प्रभावित क्षेत्र के लोगों से अपील करता है कि कुत्ते की हत्या न की जाए और न ही उसका उत्पीड़न किया जाए।


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