शहीद किसान नवरीत की मां बोलीं, समय से कृषि कानून वापस लेते तो मेरा घर न होता बर्बाद
punjabkesari.in Friday, Nov 19, 2021 - 05:31 PM (IST)
रामपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीनों कृषि कानून को वापस लिए जाने की घोषणा के बाद किसानों में खुशी की लहर दौड़ चुकी है वही कुछ किसान अभी असहज स्थिति में हैं । ऐसा ही कुछ असहज स्थिति में रामपुर जनपद के किसान भी हैं। आंदोलन के दौरान मरे किसान नवनीत के माता-पिता ने पीएम मोदी द्वारा तीनों कानून रद्द करने की घोषणा को देर से लिया गया फैसला बताया। उन्होंने कहा कि समय रहते ही यह फैसला ले लिया गया होता तो आज हमारा घर बर्बाद नहीं होता।
शहीद किसान नवरीत के पिता सरवन करमजीत सिंह ने कहा कि इसमें इतना टाइम बीतने के बाद उन्होंने यह कानून वापस लिए हैं यह उसी समय कर देते 2020 में कर देते तो इतने किसानों की मौत नहीं होती। उन्होंने कहा कि 2020 से लेकर आज तक कोई मीटिंग नहीं हुई ना कोई आपस में बातचीत हुई और सरकार ने कानून को समाप्त कर दिया। उन्होंने कहा कि अगर यह फैसला समय कर देते तो हमारा घर बर्बाद नहीं होता और जो इतनी शहादत हुई होती। उन्होंने कहा कि अब तो बस चुनाव की वजह से सिर्फ यह फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि अपने चुनाव के फायदे के लिए यह सब किया है। जो शहीद हुए हैं उनको शहीद का दर्जा मिलना चाहिए मोदी जी को ऐलान करना चाहिए कि यह शहीद है उनको शहीद का दर्जा दिया जाए।
उन्होंने कहा कि एमएसपी की गारंटी दी जाए और जो अभी एमएसपी पर कुछ नहीं बोले हैं उस पर बोलना चाहिए बाकी और भी किसानों की समस्याएं हैं उन पर भी बात करनी चाहिए । वहीं शहीद किसान नवरीत की माता परमजीत कौर ने कहा कि मोदी जी ने जो आज कानून रद्द किए हैं यही कानून अगर पहले रद्द कर देते तो जो मेरा बेटा चला गया है वह नहीं जाता। उन्होंने बताया कि कानून वापस ले लिए हैं लेकिन मेरा बेटा तो वापस नहीं आ पाएगा मेरा तो घर बर्बाद हो गया। शहीद की मां कहा कि मुझे इतना गर्व है कि मेरे बेटे ने समाज के लिए कुर्बानी दी है।