UP में कुदरत का कहर: बिजली गिरने, डूबने और सर्पदंश से 14 लोगों की मौत; 47 जिलों में जारी रेड अलर्ट

punjabkesari.in Monday, Jul 14, 2025 - 09:07 AM (IST)

Lucknow News: उत्तर प्रदेश में मॉनसून की बारिश के साथ ही प्राकृतिक आपदाएं कहर बनकर टूटी हैं। बीते 24 घंटों में राज्य के 10 जिलों में 14 लोगों की जान चली गई। मौतें बिजली गिरने, सांप के काटने (सर्पदंश) और पानी में डूबने जैसी घटनाओं से हुई हैं। राज्य सरकार और मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है, जबकि प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है।

आकाशीय बिजली से 7 लोगों की मौत
राज्य के कई जिलों में तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं हुईं। इसमें 7 लोगों की जान चली गई। जिनमें गोरखपुर: 2 लोगों की मौत, कुशीनगर: 1 व्यक्ति की मौत चंदौली, जौनपुर, रायबरेली और कानपुर देहात: हर जिले में 1-1 व्यक्ति की मौत हुई है।

सर्पदंश से 4 लोगों की गई जान
बारिश के चलते सांपों की आवाजाही बढ़ गई है, जिससे सांप काटने के मामलों में इजाफा हुआ है। जिसमें गाजीपुर: 2 लोगों की मौत, प्रतापगढ़: 1 मौत, चंदौली: 1 मौत हुई है।

डूबने से 3 की मौत
बाढ़ और भारी बारिश के बीच डूबने की घटनाएं भी सामने आई हैं। जिसमें चित्रकूट: 2 लोगों की डूबकर मौत, बांदा: 1 व्यक्ति की डूबने से जान गई।

47 जिलों में रेड अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश के 47 जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। खासकर पूर्वांचल और बुंदेलखंड के जिलों में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश के आसार हैं।

CM योगी ने जताया दुख, दिए राहत के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस आपदा में हुई जनहानि पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि प्रभावित परिवारों को तुरंत आर्थिक मदद दी जाए और राहत कार्यों में कोई लापरवाही ना बरती जाए।

राहत आयुक्त कार्यालय की चेतावनी
राज्य आपदा राहत आयुक्त कार्यालय के मुताबिक, बारिश के चलते बिजली गिरने, बाढ़ और सर्पदंश जैसी घटनाएं बढ़ गई हैं। प्रशासन ने सभी जिलों में आपदा प्रबंधन टीमें सक्रिय कर दी हैं। चित्रकूट में रिकॉर्ड 141.5 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे वहां स्थिति और गंभीर हो गई है।

प्रशासन की अपील
- बिजली गिरने के समय खुले में ना जाएं, पेड़ के नीचे ना खड़े हों
- सर्पदंश की स्थिति में तुरंत नजदीकी अस्पताल में जाएं
- बाढ़ या पानी भरे इलाकों में जाने से बचें
- सरकारी चेतावनियों और अलर्ट पर ध्यान दें


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Content Editor

Anil Kapoor

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