स्वतंत्रता दिवस: UP के इस गांव में 100 से अधिक लाल पी चुके हैं जाम-ए-शहादत

punjabkesari.in Tuesday, Aug 14, 2018 - 01:36 PM (IST)

बुलंदशहरः 15 अगस्त, 2018 (बुधवार) को भारत में 72वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है। स्वतंत्रता दिवस का दिन हमें याद दिलाता है उन स्वतंत्रता सैनानियों की जिनके बलिदान से हमें आजादी मिली। इस आजादी दिवस पर हम आपको उत्तर प्रदेश के एक एेसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां आबादी के 50 प्रतिशत लोग फौज में हैं। इस गांव के हर घर से एक न एक बेटा सेना में रहकर देश की इफाजत कर रहा है। 

PunjabKesari

हम बात कर रहे हैं बुलंदशहर के सैदपुर गांव की, जिसका आजादी के बाद ही नहीं आजादी के लिए लड़ाई लड़ने का भी इतिहास है। इस गांव के हर घर से एक न एक बेटा फौज में रहकर अलग-अलग सरहदों पर देश की रक्षा कर रहा है। अगर इतिहास की बात की जाए तो ये गांव मेजर, जनरल, ब्रिगेडियर, रॉ, बीएसएफ को उच्च अधिकारी दे चुका है। अब तक इस गांव के 100 से अधिक लाल जाम-ए-शहादत पी चुके हैं।

PunjabKesari

सैदपुर के बच्चों और युवाओं में देश प्रेम का एक अलग ही जज्बा देखने को मिलता है। उनके हीरो कोई और नहीं बल्कि क्रांतिकारी और देश के लिए बलिदान देने वाले इस गांव के वीर सपूत ही हैं। बच्चे बचपन से ही कुछ इस तरह तैयारी करनी शुरू कर देते हैं कि अपनी उम्र में आने के बाद ये भी सरहदों पर जाकर देश की रक्षा कर सकें। यहां रहने वाले युवा और बच्चों को क्रांतिकारियों के बलिदान और देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर जाने वाले वीर सपूतों के बारे में बताया जाता है।

PunjabKesari

बता दें कि, सैदपुर में शहादत की शुरुआत 1914 प्रथम विश्व युद्ध से हुई थी। जिसके बाद इस गांव के वीर सपूत 1962, 1965, 1971 और 1999 के कारगिल के युद्ध में भी देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर गए। उन वीर सपूतों के बलिदान को देश कभी नहीं भुला सकेगा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Deepika Rajput

Recommended News

Related News

static