भारत की नैतिक जिम्मेदारी है कि बांग्लादेश में हो रहे अत्याचार से हिंदुओं की रक्षा होनी चाहिए: मुख्तार अब्बास नकवी
punjabkesari.in Monday, Dec 09, 2024 - 12:30 AM (IST)
Rampur News: भारतीय जनता पार्टी का मुस्लिम चेहरा माने जाने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी रामपुर पहुंचे तो मीडिया से रूबरू होते हुए कई अहम सवालों के जवाब दिए। संभल में जामा मस्जिद पर हरिहर मंदिर के दावे और फिर अजमेर शरीफ के दरगाह के नीचे मंदिर होने के दावों पर किए गए सवाल पर उन्होंने खुलकर अपनी राय रखी उन्होंने कहा जो हमारी सौहार्द की ताकत है उस हर तरह की सांप्रदायिक आफत को शिकस्त देने की जरूरत है। एकजुट होकर समाज के आपसी ताने बाने को मजबूत करने की जरूरत है। कुछ विदेशी आक्रमणकारियों की क्रिमिनल, कम्युनल व क्रूर करतूत की जिम्मेदारी आज की पीढ़ी पर डालना या आज की पीढ़ी की आस्था पर आक्रमण के रूप में नहीं होना चाहिए बल्कि समाज में एकजुटता के साथ समाज के सौहार्द के साथ, ताकत के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
CM योगी का डीएनए क्या है ?
मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि आजकल जो बहुत सवाल पूछे जा रहे हैं कि योगी आदित्यनाथ जी का डीएनए क्या है। मैंने बहुत तलाश किया तो उनका डीएनए जो है दंगाइयों की कुटाई, बलवाइयों की ठुकाई और समाज के सौहार्द और सुरक्षा की भलाई उनका डीएनए है। जिनको उनके डीएनए में खोट नजर आता है उनकी नियत में निश्चित तौर पर कोई खोट है।
हर तरह की सांप्रदायिक ताकत को शिकस्त देने की जरूरत
पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देखिए सांप्रदायिक फसाद में सियासी मफाद ढूंढ रहे शाजिशे सिंडिकेट के सांप्रदायिक समक्रमण से हमें सावधान रहना होगा। कुछ लोग सांप्रदायिक फसाद में भी सियासी मफाद ढूंढते हैं। आज जो देश की सौहार्द की ताकत है उससे हर तरह की सांप्रदायिक ताकत को शिकस्त देने की जरूरत है। एकजुट होकर के समाज के सौहार्द के ताने-बाने को मजबूत करने की जरूरत है कुछ विदेशी आक्रमणकारी की क्रिमिनल, कमनल, क्रूर करतूत की जिम्मेदारी आज की पीढ़ीयो पर डालना या आज की पीढ़ी की आस्था पर रूप में नहीं होनी चाहिए बल्कि समाज में एकजटुता के साथ समाज में सौहार्द की ताकत के साथ हमें आगे बढ़ना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जिस तरह से अल्पसंख्यक को वहां के हिंदुओं के साथ जुल्म और जुर्म की प्रकाष्ठा हो रही है उससे एक बात साफ दिखाई पड़ रही है बांग्लादेश के निजाम को बांग्लादेश की व्यवस्था को वहां के कुछ कट्टर पंक्ति लोगों ने कट्टर पंक्ति ताकतों ने हाईजैक कर लिया है और ऐसी ताकत जो तालिबानी मानसिकता की है, जो ताकत अलकायदा जैसी संस्थाओं के साथ जुड़ी हुई है, जो आतंकवाद और अलगावाद के रास्ते पर बांग्लादेश को ले जाने का षड्यंत्र में लगी हुई है। हमारा मानना है बांग्लादेश के लोगों का जो संस्कार है जो लोगों की संस्कृति है जो लोगों की सोच है वह इस तरह की कभी नहीं रही है जो आज के हालात और आज के माहौल में दिखाई पड़ रहा है। बांग्लादेश के समाज के लोगों को भी ऐसी ताकते और ऐसी षड्यंत्र और साजिशों के खिलाफ खड़े होकर मजबूती के साथ वहां के अल्पसंख्यकों की सामाजिक आर्थिक धार्मिक अधिकारों की सुरक्षा करनी चाहिए।
यह पूछे जाने पर की राकेश टिकट ने कहा है प्रदेश की सरकार किसानों को भूल गई है और मंदिर और मस्जिद ढूंढने में लग गई है?
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि देखिए जहां तक किसानों का सवाल है किसानों के बारे में इस सरकार ने केंद्र की मोदी सरकार ने मेरा गांव, मेरा देश, मेरा खेत, मेरा खलियान, मेरा किसान उसको प्राथमिकता देते हुए शुरू से ही जब से ही सरकार बनी है लगातार किसानों के सरोकार के लिए समर्पित रही है। एमएसपी का जहां तक सवाल है खुद शिवराज चौहान जी ने कहा है की सभी फसलों की एमएसपी मिलेगी यहां तक कि बहुत सी ऐसी फैसले हैं जिसमे दाम एमएसपी से ज्यादा मिल रहे हैं लेकिन अफसोस की बात है की कुछ भोले-भाले किसानों के कंधे पर बंदूक और कंस्पायरेसी का संदूक लेकर के कुछ लोग किसानों के हितों को हाईजैक करने की साजिश से कर रहे हैं।
अखिलेश यादव ने कहा है भाजपा के एजेंट में रोजगार और नौकरी नहीं है?
इस पर मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा,, भाजपा के एजेंट में रोजगार भी है भाजपा के एजेंट में नौकरी भी है और भाजपा के एजेंट में समावेशी विकास भी हैं, सर्वशक्ति स्पष्टीकरण भी है।
इस समय जो देश में हालत है मस्जिदों में मंदिर ढूंढा जा रहे हैं?
मैंने शुरू में कहा कि सांप्रदायिक फसाद में भी सियासी वफात ढूंढने वाले साजिशे सिंडिकेट की सांप्रदायिक संकमर्ण से सावधान रहने की जरूरत है, चाहे सांप्रदायिक संक्रमण कहीं से भी आ रहा हो वह समाज के सौहार्द के ताने बाने को छिनभिन करने की कोई भी कोशिश सफल नहीं होगी।
बांग्लादेश का जो जन्म हुआ वह भारत की मदद से नहीं बल्कि भारतीय सेना की कुर्बानियां 1971 से आजतक जो रोल रहा पाकिस्तान का तो एनीमी वाला ही रोल रहा लेकिन बांग्लादेश तो बहुत अच्छा चल रहा था लेकिन पता नहीं क्या हुआ?
इस पर मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि मैंने इसलिए कहा कि बांग्लादेश के लोगों की जो सोच है जो संस्कार है और संस्कृति है आज जो हो रहा है वह उसके बिल्कुल विपरीत है और बंद बांधों के नेतृत्व में जो बांग्लादेश को आजाद करने के लिए लोकतंत्र के लिए जो लड़ाई हुई ओस भारत ने बहुत मजबूती के साथ इस लोकतंत्र के जुनून और जज्बे के साथ जो जंग थी उसमे भारत ने सहयोग किया लेकिन यह जो दिन आए हैं यह बांग्लादेश के आम लोगों के कारण नहीं आए हैं बल्कि बांग्लादेश की पुरी की पूरी व्यवस्था को कुछ अलगावादी, आतंकवादी और कट्टरपंथी ताकत ने जिस तरह से हाईजैक किया है उसकी वजह से आई है।
भारतीय सेना का क्या एक बार फिर इसमें रोल दिखता है?
मैं मानता हूं वहां अल्पसंख्यकों की हिंदुओं की सुरक्षा होनी चाहिए और उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए बांग्लादेश की सरकार को सशक्त तरीके से आगे काम करना होगा और भारत की यह नैतिक और मानवीय रिस्पांसिबिलिटी है वहां के अल्पसंख्यकों की रक्षा करें उसके लिए जो भी करना पड़े।
संभल में हुए विवाद पर मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि देखिए मैं एक चीज मानता हूं कि दंगे जब होते हैं तो कोई इंसान ही नहीं मरता बल्कि इंसानियत भी लहु लुहान होती है और मैने एक बात कही कुछ लोग सांप्रदायिक फसाद में भी सियासी वफात ढूंढते हैं ऐसे साजिश सिंडिकेट हैं उसके सांप्रदायिक समीकरण से सबको सावधान रहना है।