''हंसते हुए मरूंगा, जीते जी बहुत रोया हूं''— मौत से 13 घंटे पहले कांस्टेबल ने पोस्ट किया भावुक वीडियो, सोशल मीडिया में मची सनसनी!
punjabkesari.in Wednesday, Dec 03, 2025 - 09:01 AM (IST)
Kanpur News: उत्तर प्रदेश पुलिस की आपातकालीन सेवा 112 में तैनात 30 वर्षीय कांस्टेबल मान महेंद्र का शव बीते मंगलवार को कानपुर में उनके किराए के कमरे में फंदे से लटका मिला। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, घटना कल्याणपुर इलाके के श्यामाजीपुरम की एक चार मंजिला इमारत में हुई, जहां महेंद्र किराए पर रहते थे।
बच्चों के साथ मायके गई थी पत्नी
मृतक मान महेंद्र अपनी पत्नी कविता (26) और दो बेटों तेजस (5) और दीपांशु (3) के साथ रह रहे थे। लेकिन 26 नवंबर से पत्नी और बच्चे मथुरा के मायके गए हुए थे, जिसके बाद वह कमरे में अकेले थे।
कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो खुला मामला
पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) दिनेश त्रिपाठी के अनुसार, उसी इमारत की दूसरी मंजिल पर रहने वाले पुलिस उपनिरीक्षक इतेन्द्र कुमार को अपने हेलमेट की जरूरत पड़ी। वह जब महेंद्र के कमरे पर पहुंचे, तो काफी देर दरवाजा खटखटाने के बाद भी भीतर से कोई जवाब नहीं मिला। संदेह होने पर उन्होंने खिड़की से झांककर देखा, तो महेंद्र फंदे से लटके दिखाई दिए। सूचना मिलते ही पुलिस टीम पहुँची, दरवाजा तोड़ा गया और शव को नीचे उतारा गया।
नहीं मिला सुसाइड नोट
पुलिस ने बताया कि कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। परिवार के लोगों का कहना है कि उनकी महेंद्र से 27 नवंबर के बाद बात नहीं हो पाई थी। पत्नी कविता ने बताया कि आखिरी बातचीत में उन्हें महेंद्र की मानसिक परेशानी का कोई अंदाजा नहीं लगा था।
मौत से पहले वायरल हुआ एक वीडियो
जांच में पता चला है कि महेंद्र ने अपनी मौत से करीब 13 घंटे पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो डाला था, जो अब वायरल है। इस वीडियो में वह कह रहे हैं कि 'रुतबा तो मरने के बाद भी रहेगा…' 'देखना, लोग पैदल चलेंगे, हम कंधों पर…', 'जब मैं मरूंगा, तो हंसते हुए मरूंगा, क्योंकि जीते-जी मैं बहुत रोया हूं…'। यह वीडियो सामने आने के बाद चर्चा तेज हो गई है और पुलिस इसकी भी जांच कर रही है।
कर्ज का शक, लेकिन जांच जारी
अपर पुलिस आयुक्त (कल्याणपुर) रंजीत कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गई है। कांस्टेबल की जेब से कई डेबिट और क्रेडिट कार्ड मिले हैं। परिवार के अनुसार, वह कुछ समय से कर्ज के दबाव में थे, हालांकि पुलिस ने कहा कि मौत की सही वजह का पता लगाने के लिए सभी पहलुओं से जांच की जा रही है।
2018 में भर्ती हुए थे महेंद्र
महेंद्र मूल रूप से मधैरा गाँव, गोवर्धन (मथुरा) के रहने वाले थे और जुलाई 2018 में यूपी पुलिस में भर्ती हुए थे। 2021 में उन्हें रावतपुर थाने से हटाया गया था और वर्तमान में वह किदवई नगर थाने से जुड़ी 112 सेवा में तैनात थे।

