प्रयोगशालाओं में महिलाओं की कमी नहीं : हर्षवर्धन

punjabkesari.in Sunday, Oct 07, 2018 - 06:01 PM (IST)

लखनऊः देश में महिला वैज्ञानिकों की कम तादाद पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के चिंता जताने के अगले रोज यानी रविवार को विज्ञान एवं पर्यावरण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने रविवार को दावा किया कि प्रयोगशालाओं में महिला वैज्ञानिकों की कमी नहीं है। 

कोविंद ने शनिवार को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीनस्थ वैज्ञानिक एवं और औद्योगिक अनुसंधान परिषद् (सीएसआईआर) की प्रयोगशालाओं में महिला वैज्ञानिकों की कम संख्या पर चिंता जताई थी। राष्ट्रपति ने यहां चार दिवसीय भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान मेले (आईआईएसएफ) के औपचारिक उद्घाटन के मौके पर कहा था कि सीएसआईआर में 3446 वैज्ञानिक हैं जिनमें मात्र 632 यानी करीब 18.3 प्रतिशत की महिलायें हैं।   

डॉ हर्षवर्धन ने पत्रकारों से कहा कि आप किसी भी प्रयोगशाला में चले जाइये वहां आपको काफी संख्या में महिला वैज्ञानिक मिलेंगी। जरूरी नहीं है कि सीएसआईआर में महिला और पुरुष वैज्ञानिकों का अनुपात बराबर हो। उन्होंने कहा कि बच्चों में विज्ञान के प्रति ललक तो बराबर पैदा हो रही है, चाहे वह लड़का हो या लड़की। 

पारिवारिक जिम्मेदारियों के कारण महिला वैज्ञानिकों का करियर अधूरा न रहे इसके लिए सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं। शादी के बाद महिला वैज्ञानिक एक साल का अंतराल लेकर दुबारा उसी पद पर काम शुरू कर सकती हैं। इसके अलावा युवा महिला वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित करने के लिए भी कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक समय आया था जब छात्र इंजीनियरिंग की बजाय कॉमर्स को ज्यादा पसंद करने लगे थे। अब इसमें भी बदलाव आ रहा है और बच्चे वापस विज्ञान की ओर रुख कर रहे हैं। 


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Ruby

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