दिल्ली में लगा लॉकडाउन: घरों को रवाना होने के लिए बस डिपो पर उमड़ी प्रवासी मजदूरों की भीड़
punjabkesari.in Monday, Apr 19, 2021 - 04:49 PM (IST)
गाजियाबाद: दिल्ली में 1 हफ्ते का लॉकडाउन लगाए जाने की घोषणा के बाद गाजियाबाद के कौशांबी बस डिपो पर अचानक से भीड़ उमड़ आई है। प्रवासी मजदूर अपने गंतव्य पर जाने के लिए लगातार यहां पहुंच रहे हैं। इन सभी प्रवासी मजदूरों को डर है कि कहीं लॉकडउन की सीमा आगे भी ना बढ़ा दी जाए। जिस तरह से एका एक आनंद विहार और कौशांबी बस डिपो पर प्रवासी मजदूरों की बड़ी संख्या देखी जा रही है। उससे लगता है कि कहीं पिछले साल की तरह हालात संभालना मुश्किल ना हो जाए।
यह तस्वीर गाजियाबाद के आनंद विहार और कौशांबी बस डिपो की है। जहां पर बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर यानी दूरदराज के रहने वाले लोग जो कि दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में रहकर अपनी रोजी-रोटी के लिए काम धंधे कर रहे थे, लेकिन जैसे ही दिल्ली में लॉकडउन की घोषणा हुई तो इन सभी लोगों ने पलायन शुरू कर दिया है।
आपको बताते चलें कि देशभर में कोविड-19 संक्रमण लगातार फैलता जा रहा है। खासतौर से दिल्ली में बड़ी संख्या में कोविड-19 संक्रमण ने लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। उधर मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद अब अस्पतालों में भी मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। इतना ही नहीं अस्पतालों में इस वक्त बेड भी मौजूद नहीं है। उधर ऑक्सीजन की भी कमी बताई जा रही है। हालांकि सरकार इसे फैलने से रोकने के उद्देश्य से तमाम तरह की योजनाओं पर कार्य कर रही है। तमाम इलाकों को सैनिटाइज किया जा रहा है। तमाम तरह की सावधानी बरते जाने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
उसके बावजूद भी संक्रमण के फैलने में कोई कमी नजर नहीं आ रही है। अब और ज्यादा हालात खराब ना हो इसे ध्यान में रखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल की एलजी के साथ एक बैठक हुई और उसमें निर्णय लिया गया कि सोमवार की रात 10:00 बजे से अगले सोमवार कि सुबह 5:00 बजे तक यानी एक हफ्ते के संपूर्ण लॉकडाउन लगाया जाएगा। जिसके बाद से दूरदराज के लोग बेहद परेशान हैं और उन्होंने अब उन्होंने पलायन शुरू कर दिया है। इन सभी लोगों ने बताया कि उन्हें डर है। कि जिस तरह से कोविड-19 संक्रमण लगातार फैल रहा है। यदि हालात और ज्यादा खराब हुए तो लॉकडाउन की सीमा भी बढ़ाई जा सकती है। जिसके बाद इन सभी लोगों को अपना परिवार चलाना बेहद मुश्किल हो जाएगा ।इसलिए उन्होंने अब अपने पैतृक स्थान पर जाना शुरू कर दिया है।