Lucknow News: अंग्रेजी पर प्रतिबंध लगाने के बाद दारुल उलूम की जमकर हुई आलोचना, अब UP अल्पसंख्यक आयोग को दिया ये जवाब

punjabkesari.in Thursday, Jun 22, 2023 - 09:58 AM (IST)

Lucknow News: छात्रों को अंग्रेजी सीखने से रोकने के लिए आलोचना का सामना करने के बाद, दारुल उलूम देवबंद (डीयूडी) ने अल्पसंख्यक आयोग को सूचित किया है कि उसने अंग्रेजी शिक्षा पर कभी आपत्ति नहीं जताई, लेकिन यह एक लिपिकीय त्रुटि थी जिसके कारण गलतफहमी हुई। इस्लामिक मदरसा अंग्रेजी, हिंदी, गणित और कंप्यूटर विज्ञान पर पाठ्यक्रम चला रहा है। अंग्रेजी आदि जैसी किसी भी भाषा को सीखने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। यह 13 जून को जारी अधिसूचना में एक लिपिकीय त्रुटि थी जिसके कारण गलतफहमी हुई।

PunjabKesari

डीयूडी से कोर्स करने के बाद दूसरी डिग्री हासिल कर सकता है छात्र
डीयूडी के शिक्षा विभाग द्वारा अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी को संबोधित बयान पढा गया। इसमें कहा गया है कि हालांकि, DUD में पढ़ने वाले छात्रों को दूसरी डिग्री के लिए किसी अन्य शैक्षणिक संस्थान में प्रवेश लेने की अनुमति नहीं है, क्योंकि एक ही समय में अलग-अलग संस्थानों से दो कोर्स करने से पढ़ाई पर असर पड़ता है। कानूनी तौर पर भी इसकी अनुमति नहीं है। डीयूडी से कोर्स करने के बाद छात्र दूसरी डिग्री हासिल कर सकता है, जिस पर सेमिनरी को कोई आपत्ति नहीं है।

PunjabKesari

जानिए, क्या कहना है अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी का?
आपको बता दें कि अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी ने कहा कि सहारनपुर जिला प्रशासन की जांच के दौरान यह पाया गया कि डीयूडी न केवल अन्य आधुनिक शिक्षा विषयों के साथ अंग्रेजी भाषा पाठ्यक्रम भी चलाता है, बल्कि इसमें एक अंग्रेजी पुस्तकालय भी है। अंग्रेजी भाषा की जरूरत है। न्यायपालिका से लेकर सिविल सेवाओं जैसी सरकारी नौकरियों की तैयारी तक अंग्रेजी भाषा जानना महत्वपूर्ण है। हम उम्मीद करते हैं कि डीयूडी छात्रों को अंग्रेजी और अन्य भाषाओं में भी शिक्षा प्रदान करना जारी रखेगा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Anil Kapoor

Related News

static