Mahashivratri 2024: 8 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व, इस शुभ मुहूर्त पर करें पूजा; मिलेगा पूर्ण फल

punjabkesari.in Sunday, Mar 03, 2024 - 12:59 PM (IST)

Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि का पर्व हिंदू धर्म में बेहद खास पर्व है। सभी शिव भक्त इस दिन का बेसब्री से इंतजार करते है। अब सभी भक्तों का इंतजार खत्म होने वाला है। हिंदू पंचांग के अनुसार महाशिवरात्रि का पावन पर्व 8 मार्च यानी शुक्रवार को मनाया जाएगा। शिव पुराण के अनुसार इस दिन मां पार्वती और भगवान शिव विवाह बंधन में बंधे थे। महाशिवरात्रि के पावन अवसर भगवान शिव को प्रसन्न एवं संतुष्ट करना सब पापों को नाश करने वाला तथा परम गुणकारी है, जो भी जीव उनके चरणों में प्रणाम करता है भगवान शिव अपने भक्तजनों को मृत्यु आदि विकारों से रहित कर देते हैं। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा का विधान है।

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बता दें कि फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के देव महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। देवों के देव महादेव को प्रसन्न करने के लिए ये दिन बेहद ही खास होता है। जो व्यक्ति पूरे साल सोमवार के व्रत न रख कर ये व्रत रख लेता है उसका जीवन जन्म-जन्मांतर के लिए सुखी हो जाता है। वहीं इसी के साथ जो लोग अपनी खास मनोकामना को जल्द पूर्ण करवाना चाहते हैं तो उन्हें इस दिन भगवान शिव की पूजा जरूर करनी चाहिए। भगवान शिव हमें काम, क्रोध, लोभ, मोह, मत्सर आदि विकारों से मुक्त करके परम सुख शान्ति और ऐश्वर्य प्रदान करते हैं।

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महाशिवरात्रि भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए बेहद खास दिन होता है। इस दिन जो भी भक्त भगवान भोलेनाथ की उपासना करता है वह परम भाग्यशाली होता है। भगवान शिव के लिंग और मूर्ति, दोनों की पूजा की जाती है। यह पूजा इसलिए की जाती है, क्योंकि शिव ब्रह्मरूप होने के कारण निराकार और रूपवान होने के कारण साकार कहे गए हैं। माना जाता है कि जो भक्त शिवरात्रि को दिन-रात निराहार एवं जितेन्द्रिय होकर अपनी पूर्ण शक्ति एवं सामर्थ्य द्वारा निश्छल भाव से शिवजी की यथोचित पूजा करता है वह वर्ष-पर्यन्त शिव पूजन करने का सम्पूर्ण फल तत्काल प्राप्त कर लेता है।

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जानें पूजा का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार 8 मार्च दिन शुक्रवार को रात 09:57 से फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि शुरू हो जाएगी और 9 मार्च शनिवार को शाम 06:17 पर इसका समापन होगा। महाशिवरात्रि की पूजा रात के समय की जाती है इस मुताबिक ये व्रत 8 मार्च शुक्रवार के दिन रखा जाएगा। इस शुभ दिन में पूरे दिन पूजा की जा सकती है लेकिन अगर दोगुना फल प्राप्त करने चाहते हैं तो पूजा शुभ मुहूर्त में ही करें। महाशिवरात्रि की पूजा का मुहूर्त रात में 12:07 से 12:56 तक है और ब्रह्म मुहूर्त पूजा का समय: 5:01 से 05:50 तक है। इस दिन शिवलिंग का गंगाजल से अभिषेक करना बहुत-ही शुभ माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है। इसके साथ ही सभी दुखों का भी नाश होता है और भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है।  

 


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Content Editor

Pooja Gill

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