UP ATS की बड़ी कार्रवाई: ''मुजाहिदीन आर्मी'' बनाने की साजिश नाकाम, 4 संदिग्ध कट्टरपंथी गिरफ्तार; हिंदू धर्मगुरुओं की हत्या की थी योजना
punjabkesari.in Tuesday, Sep 30, 2025 - 03:40 AM (IST)

Lucknow News: उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक बड़ी आतंकी साजिश को विफल करते हुए चार संदिग्ध कट्टरपंथियों को गिरफ्तार किया है। इनका मकसद देश में आतंक फैलाना, हिंदू धर्मगुरुओं की टारगेट किलिंग और 'मुजाहिदीन आर्मी' नाम का एक अलगाववादी संगठन बनाकर शरिया कानून लागू करना था। ATS को गुप्त सूचना मिली थी कि ये संदिग्ध सोशल मीडिया के माध्यम से चरमपंथी विचारधारा का प्रचार कर रहे थे और देश विरोधी गतिविधियों की योजना बना रहे थे।
ATS के IG पी. के. गौतम के अनुसार, गिरफ्तार किए गए चारों आरोपी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों से हैं:
- अकमल रजा – सुल्तानपुर
- सफील सलमानी – सोनभद्र
- तौसीफ – कानपुर
- कासिम अली – रामपुर
इनके पास से पांच मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पैन कार्ड, डेबिट व क्रेडिट कार्ड, और डिजिटल पेमेंट स्कैनर जैसे कई डिजिटल और व्यक्तिगत दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
साजिश का खाका: कट्टरपंथ, किलिंग और ‘जंग-ए-जिहाद’
ATS की जांच में सामने आया है कि ये लोग पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठनों की विचारधारा से प्रभावित होकर देश में अशांति फैलाने की योजना बना रहे थे। उनका लक्ष्य था: कट्टरपंथी मानसिकता वाले युवाओं को जोड़कर 'मुजाहिदीन आर्मी' बनाना, चर्चित हिंदू धर्मगुरुओं की टारगेट किलिंग, 'जुल्म के खिलाफ जिहाद' के नाम पर सोशल मीडिया प्रचार अभियान, देश में शरिया कानून लागू करने की योजना, प्रचार, फंडिंग और हथियारों की तैयारी।
ATS अधिकारियों के अनुसार, ये चारों आरोपी सोशल मीडिया पर कट्टरपंथी कंटेंट फैलाकर समुदाय विशेष के युवाओं को बरगलाने की कोशिश कर रहे थे। वे गुप्त बैठकों के जरिए फंडिंग और हथियार जुटाने की कोशिशों में लगे थे। पूछताछ के दौरान उन्होंने कबूल किया कि वे कई अन्य युवाओं को भी इस विचारधारा में शामिल कर चुके थे।
जिहादी साहित्य का प्रसार और नेटवर्किंग
पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि इन लोगों ने न सिर्फ जिहादी साहित्य का संकलन और प्रचार किया, बल्कि उसके आधार पर युवाओं को प्रभावित करने के लिए ऑडियो-वीडियो कंटेंट भी बनाया। इनका उद्देश्य था कट्टर विचारधारा को फैलाकर लोकतांत्रिक व्यवस्था को अस्थिर करना।
आगे की जांच जारी
ATS अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य संदिग्धों की तलाश कर रही है और साइबर टीम की मदद से डिजिटल सबूतों का विश्लेषण किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि इस ऑपरेशन से एक बड़ी आतंकी साजिश समय रहते टाली जा सकी।