प्रदेशवासियों को CM योगी और अखिलेश यादव समेत कई नेताओं ने स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी

punjabkesari.in Tuesday, Aug 15, 2023 - 01:29 PM (IST)

लखनऊ: देशभर में आज आजादी का 77वां महापर्व मनाया जा रहा है। इसे लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा प्रमुख अखिलेश यादव समेत प्रदेश के कई बड़े राजनीतिक नेताओं ने प्रदेश वासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने  77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सरकारी स्कूल में बच्चों संग स्वतंत्रता दिवस मनाया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारे देश की सबसे बड़ी पहचान ये है कि हम मानवतावादी लोग हैं।

उन्होंने कहा कि हमारे देश की आजादी में हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई ने मिल कर आजादी की लड़ाई लड़ी है। उन्होंने कहा कि हम लोगों के बीच में भाईचारा, एकजुटता, गंगा-जमुनी तहजीब है। हमेशा हम लोगों ने कहा है हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सब लोग हैं भाई-भाई। इससे हमें बनाए रखना होगा।  उन्होंने परिवारवाद के सवाल के जवाब में भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि "उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी को भी देखना चाहिए, वो हमसे पहले उदाहरण बने हैं परिवारवाद के। परिवारवाद अगर किसी ने अपनाया है तो बीजेपी ने खुद।"

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में विभाजन विभीषिका दिवस के अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 'कुछ लोगों ने अपने स्वार्थ को राष्ट्र से ऊपर रखकर इस देश को विभाजन की त्रासदी की ओर धकेला था।' सोमवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यह केवल राजनीतिक या जमीन के टुकड़ों का विभाजन नहीं था, बल्कि दिलों के विभाजन का एक त्रासदीपूर्ण निर्णय था, जिसकी कीमत आज के ही दिन 1947 में लाखों लोगों को चुकानी पड़ी थी। भारत और पाकिस्तान के विभाजन की त्रासदी पर विस्तार से चर्चा करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'विभाजन की विभीषिका को झेलते हुए भी 140 करोड़ की आबादी वाला भारत जाति, मत, मजहब, उत्तर, दक्षिण, पूरब, पश्चिम के भेद को समाप्त करते हुए, ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत' के संदेश के साथ आगे बढ़ रहा है।

 मुख्यमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान ने इतिहास से सबक नहीं सीखा और आज उसकी दुर्गति किसी से छिपी नहीं है। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि अखंड भारत की सबसे अधिक उर्वर भूमि पाकिस्तान में है, फिर भी वहां आटे के लिए मारामारी हो रही है। योगी ने कहा कि आश्चर्य होता है कि जब 1947 में देश का विभाजन हो चुका है, तो फिर पाकिस्तान और बांग्लादेश से भारत में आज भी घुसपैठ क्यों हो रही है? उन्होंने कहा कि अगर उनको पाकिस्तान ही प्यारा था तो उन्हें उस पाकिस्तान की समृद्धि और मानवता के कल्याण के लिए वहीं से नया संदेश पूरी दुनिया को देना चाहिए था। मुख्यमंत्री ने बांग्लादेश की मुक्ति का भी जिक्र किया।

उन्होंने कहा कि 'जो लोग सोचते हैं कि मजहब के आधार पर वे सुरक्षित हो जाएंगे, तो पूर्वी और पश्चिमी पाकिस्तान भी एक ही मजहब वाले थे। पूर्वी पाकिस्तान में पश्चिमी पाकिस्तान ने कितना अत्याचार किया था, यह किसी से छिपा नहीं है।' इस अवसर पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर, लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल सहित पंजाबी एवं सिंधी समाज से जुड़े लोग मौजूद रहे। भाजपा मुख्यालय से सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया कि “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस” पर मौन जुलूस निकालकर देश के बंटवारे में अपनी जान गवाने वाले लाखों भाई-बहनों के संघर्ष व बलिदान को स्मरण करके श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।

उत्‍तर प्रदेश के सभी संगठनात्मक 98 जिलों में देश के बंटवारे के दौरान हुई क्रूरता और नरसंहार से रक्त रंजित इतिहास तथा करोड़ों लोगों के विस्थापन तथा बलिदान की त्रासदी पर संगोष्ठियों के माध्यम से चर्चा की गई। इसके साथ ही सभी जिलों में प्रदर्शनी लगाकर चित्रों, पोस्टर तथा चलचित्र के माध्यम से नई पीढ़ी के समक्ष देश के विभाजन की विभीषिका को प्रदर्शित किया गया। बयान के अनुसार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने वाराणसी तथा प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने मऊ के मौन जुलूस में हिस्सा लिया। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रयागराज महानगर तथा उपमुख्‍यमंत्री ब्रजेश पाठक ने लखनऊ महानगर में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के तहत आयोजित मौन जुलूस और संगोष्ठी में हिस्सा लिया।
 


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Content Writer

Ramkesh

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