डेढ़ घंटे तक घुमाते रहे...डिलीवरी से पहले ही छोड़ भागे एंबुलेंस कर्मी, फिर महिला ने सड़क पर कीचड़ में दिया बच्ची को जन्म
punjabkesari.in Wednesday, Oct 29, 2025 - 02:42 AM (IST)
Mirzapur News: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले से इंसानियत को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एंबुलेंस कर्मियों ने प्रसव पीड़ा से कराहती गर्भवती महिला को सड़क पर ही उतार दिया, जिसके बाद महिला ने कीचड़ भरी जमीन पर ही बच्ची को जन्म दे दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया और अधिकारियों ने तुरंत मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।

सड़क पर डिलीवरी, अस्पताल प्रशासन में मचा हड़कंप
मामला मिर्जापुर जनपद के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) बरौंधा का बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, लालगंज थाना क्षेत्र के कोठी खुर्द गांव निवासी अतीक अहमद की पत्नी अरवी बानो को सोमवार रात अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हुई। परिजनों ने 102 एंबुलेंस सेवा पर कॉल कर सहायता मांगी। एंबुलेंस आई और महिला को लेकर न्यू PHC बरौंधा के लिए रवाना हुई। लेकिन आरोप है कि अस्पताल पहुंचने के बाद एंबुलेंस कर्मियों ने गेट के बाहर सड़क पर ही महिला को उतार दिया। वहां दर्द से कराह रही महिला ने कीचड़ भरी जमीन पर ही बच्ची को जन्म दे दिया। बाद में अस्पताल कर्मियों को जब घटना की जानकारी हुई तो उन्होंने तुरंत मां-बेटी को अस्पताल में भर्ती कराया।
परिजनों का आरोप- ‘डेढ़ घंटे तक घुमाते रहे, फिर अस्पताल गेट पर छोड़ गए’
महिला के पति अतीक अहमद ने एंबुलेंस स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि “दूरी महज आधे घंटे की थी, लेकिन एंबुलेंस कर्मियों ने डेढ़ घंटे में अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल के गेट पर पहुंचने के बाद भी उन्होंने अंदर ले जाने के बजाय सड़क पर उतार दिया और वहां से चले गए।”
स्वास्थ्य विभाग ने दिए जांच के आदेश
इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। प्रभारी चिकित्साधिकारी हलिया, डॉ. अवधेश कुमार ने बताया कि, “मामले की जांच की जा रही है। 102 एंबुलेंस सेवा के उन कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी जिन्होंने कार्य में लापरवाही की है।” उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है और जल्द सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला सड़क किनारे कीचड़ में लेटी हुई है और नवजात बच्ची उसके पास पड़ी है। इस अमानवीय व्यवहार को देखकर लोग स्वास्थ्य सेवाओं की संवेदनशीलता पर सवाल उठा रहे हैं।

