सीएम रहते मुलायम सिंह यादव ने शुरू की थी भूमि सेना योजना, गरीबों के पास हो गई खुद की जमीन

punjabkesari.in Monday, Oct 10, 2022 - 01:03 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने आज सुबह 8.15 बजे गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस लिया। ये खबर जैसे ही सामने आई। देश- प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई। ऐसे में सपा के दिग्गज नेता मुलायम सिंह यादव के सामाजिक योगदान को याद करने लगे। ऐसे में बलिया जिले के समाजवादी पार्टी के नेता रामगोविंद चौधरी याद करते हुए बताया कि किस प्रकार मुलायम सिंह जी ने उत्तर प्रदेश के भूमिहीन किसानों के लिए भूमि सेना योजना शुरू की।

क्या थी भूमि सेना योजना ?
मुलायम सिंह यादव को याद करते हुए बलिया के सपा नेता राम गोविंद चौधरी ने बताया कि 1989 में उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रदेश की बंजर पड़ी जमीनों को उपजाऊ बनाने के लिए नेता जी ने भूमि सेना योजना लागू की। इस योजना के तहत यूपी के भूमिहीन किसानों को ऐसी जमीन दी गई, जो बंजर पड़ी थी। इस योजना का फायदा ये हुआ की। गरीबों के पास खुद की जमीन हो गई। 

गांवों को स्वच्छ बनाने के लिए अनुदान देना शुरू किया
उत्तर प्रदेश का सीएम बनने के बाद मुलायम सिंह यादव ने गांवों को स्वच्छ बनाने के लिए निर्मल गांव योजना की शुरुआत की। उन्होंने गांव के लोगों को अपने घर में टॉयलेट बनाने के लिए 3500 रुपए का अनुदान देना शुरू किया। जिससे लोग स्वच्छता को लेकर जागरूक हुए और बड़ी संख्या में लोगों ने इस योजना का लाभ उठाते हुए अपने घरों में टॉयलेट बनवाया।

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कन्या विद्या धन और बेरोजगारी भत्ता दिया 

यूपी के मुख्यमंत्री रहने के दौरान मुलायम सिंह यादव ने लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित किया। इसके लिए उन्होंने लड़कियों को कन्या विद्या धन दिया। इसके तहत लड़कियों को 25000 रुपए का योगदान दिया जाता था। जिससे की उनको उच्च शिक्षा को लेकर किसी प्रकार की आर्थिक समस्या का सामना न करना पड़े। इसके साथ ही प्रदेश के युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने की शुरुआत की। जिससे युवा अपने लिए रोजगार का नया रास्ता तलाश सकें।

जब किसानों के लिए दी गिरफ्तारी
बात अगस्त, 1992 की है। उस समय कुशीनगर में पुलिस की गोली से दो किसानों की मौत हो गई थी। घटना बड़ी थी, इसलिए मुलायम सिंह यादव कुशीनगर के लिए निकल पड़े। देवरिया के पास उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। वहां से उन्हें वाराणसी के सेंट्रल जेल लाया गया। इस घटनाक्रम ने उन्हें किसानों का मसीहा बना दिया। इस तरह की कई घटनाओं के मुलायम सिंह यादव साक्षी रहे। वह जीवन भर अपने जुझारू तेवर की वजह से ही जाने जाते रहे। उन्होंने कड़ी मेहनत से राजनीति में अलग छाप छोड़ी।


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Imran

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