रेप पीड़िता के परिवार संग जहर खाने के मामले में नया मोड़, SSP बोले- उकसाकर करवाई गई घटना

punjabkesari.in Monday, Dec 23, 2019 - 03:03 PM (IST)

वाराणसी: यूपी में योगी सरकार महिलाओं को सुरक्षा देने में नाकाम साबित हो रही है। आए दिन रेप, जिंदा जलाना, छेड़छाड़, हत्या और अन्य घिनौनी वारदातें सामने आ रही हैं। वहीं इस बीच वाराणसी से बेहद संवेदनशील मामला सामने आया है। जहां जहां दुष्कर्म पीड़िता ने थाने में रिपोर्ट के बाद भी आरोपी पर कार्रवाई न होने से नाराज होकर अपने माता-पिता के साथ एसएसपी दफ्तर के बाहर जहर खा लिया। पीड़ितों को इलाज के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां तीनों की हालत नाजुक बनी हुई है। 

पीड़िता का आरोप है कि उसे तस्करी कर मुंबई ले जाया गया जहां पर उसके साथ रेप हुआ है। उस रैकेट के खुलासे के बाद भी आज तक आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीड़ितों ने एक लेटर के माध्यम से सीओ और एसओ पर गंभीर आरोप लगाया है। वहीं इस घटना की सूचना पर पहुंचे एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने किसी भी तरह की पुलिसिया प्रताड़ना से इंकार किया और कहा कि लगता है कि यह घटना इन्हें उकसाकर करवाई गई है। हम जांच कर रहे हैं।

जानिए, क्या बोल रहे हैं एसएसपी प्रभाकर चौधरी
वहीं इस मामले में उस उक्त नया मोड़ आ गया। जब एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने इस पर बयान दिया। उन्होंने बताया कि ये एक नाबालिग लड़की है, जिसका कई प्रकरण पहले से चल रहा है। पूर्व में घर में कुछ होने के बाद भागने की एफआईआर दर्ज हुई थी, जिसमें पुलिस ने उसे ढूंढ निकाला था और उसके बाद वो मामला क्लोज़ हुआ था। एसएसपी ने बताया कि उसके बाद दोबारा घर से भाग गई, फिर मुकदमा दर्ज हुआ और ढूंढा गया तो एक और बॉयफ्रेंड निकला, जिसके साथ वो गयी थी। फिर कोई बयान नहीं दिया तो वो मामला क्लोज हो गया।

उन्होंने बताया कि उसके बाद एक मुकदमा और दर्ज हुआ। नाबालिग के भागने का, जिसे मुंबई से रिकवर किया गया। वहां से डीवीआर और सीसीटीवी मंगाए गए और उनकी जांच हुई। जांच के बाद दो आरोपी को गिरफ्तार किया गया है और युवती का मजिस्ट्रेट के सामने 164 बयान हुआ है। इसमें टीटीई जमील का नाम आया था, तो उसकी पत्नी ने प्रर्थना पत्र दिया था, कि उसे कुछ लोग फंसा रहे हैं और कह रहे हैं कि अगर 15 लाख नहीं दिये तो तुम्हे भी फंसा देंगे।

उन्होंने आगे बताया कि इसपर हमने जांच की, लेकिन 164 के बयान में जमील का भी लड़की ने नाम लिया, जांच में जमील द्वारा नाबालिग को मुंबई में फेसिलिटेट करने की बात सामने आयी। उन्होंने उसके रुकने का मुंबई में इंतज़ाम किया था, जिसके बाद से वो भी जेल में हैं।

आज की घटना पर उन्होंने कहा कि जब 164 में बयान हुआ है तो उसे कैसे कोई पुलिस अधिकारी बदल सकता है। पुलिस प्रताड़ना की बात गलत है। इसमें प्रथम दृष्टया किसी द्वारा उसकसाकर ऐसा करवाने की बात सामने आ रही हैं, क्योंकि सुसाइड नोट भी पहले से लिखा हुआ है, यहां आकर किसी ने कुछ नहीं लिखा है। हमारी प्राथमिकता पहले इनका बेहतर इलाज करवाना है उसके बाद हम आगे की कार्रवाई करेंगे।


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Tamanna Bhardwaj

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