चिकित्सीय कार्यक्रमों में अब शराब नहीं पी सकेंगे डॉक्टर, जानिए क्यों ?

punjabkesari.in Monday, Apr 01, 2024 - 08:47 PM (IST)

लखनऊ: चिकित्सा क्षेत्र में होने वाली काफ्रेंस, सेमीनार, सीएमई या अन्य पार्टियों में डॉक्टर खुलेआम शराब का सेवन नहीं कर सकेंगे। क्लीनिक्स व कॉकटेल पार्टियों से परहेज कर, जनसामान्य को शराब व तम्बाकू आदि उत्पादों से होने वाले नुकसान से जागरूक करेंगे। यह निर्देश रविवार को दिल्ली से स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अतुल गोयल ने जारी किये हैं।

शराब व तम्बाकू आदि जनसामान्य की सेहत के लिए नुकसानदायक
स्वास्थ्य महानिदेशक ने निर्देश में स्पष्ट किया है कि शराब व तम्बाकू आदि संबन्धित उत्पाद जनसामान्य की सेहत के लिए नुकसानदायक हैं। इनके सेवन से लिवर सिरोसिस, कैंसर, हेमोरेजिक स्ट्रोक आदि गंभीर बीमारियां बढ़ रहीं हैं। 63 प्रतिशत लोगों की मौत गैर संचारी (नॉन कम्यूनिकेबिल डीजीज) से हो रही है। इन कारणों से हो रही मौतों की रोकथाम के लिए शराब व अन्य संबन्धित उत्पादों से नुकसान के प्रति समाज में जागरूकता जरूरी है। इसके लिए चिकित्सा स्वास्थ्य से जुड़े लोगों को आगे आना होगा।

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पहले चरण में डॉक्टरों को आगे आना होगाः डॉ. अतुल गोयल
डॉ. अतुल गोयल कहा कि पहले चरण में डॉक्टरों को आगे आना होगा। उन्हें स्वस्थ दिनचर्या के प्रति लोगों को जागरूक करना होगा। चिकित्सकों के बाद, स्वास्थ्य क्षेत्र से संबद्ध दूसरे संवर्ग के लोगों को भी जिम्मेदारी निभानी होगी।

डॉ. पीके गुप्ता ने की केन्द्रीय मंत्रालय के कदम की सराहना
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन लखनऊ शाखा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. पीके गुप्ता ने केन्द्रीय मंत्रालय का कदम सराहनीय है। ये अच्छा प्रयास है, बेहतर स्वास्थ्य के लिए चिकित्सक को समाज में आदर्श माना जाता है। चिकित्सक संवर्ग व्यसनों से दूर होगा तभी समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। लोगों की शराब से दूरी बढ़ेगी।


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Content Writer

Ajay kumar

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