''अखिलेश सरकार में काम नहीं सिर्फ ‘कारनामे’ हुए''

punjabkesari.in Thursday, Jan 24, 2019 - 05:59 PM (IST)

लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को कहा कि खनन घोटालों के बाद अब रिवर फ्रंट घोटालों में हुई छापेमारी से भ्रष्टाचारियों में चौतरफा हड़कंप मचा हुआ है।  

भाजपा के उत्तर प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा,‘‘इन कार्रवाइयों से साबित हो रहा है कि अखिलेश यादव की सरकार में काम नहीं बल्कि सिर्फ और सिर्फ ‘कारनामे’ ही हुए और सपाइयों ने मां गोमती तक को भ्रष्टाचार से नहीं बख्शा।’’ 

उन्होंने कहा,‘‘अब जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुआई में भ्रष्टाचारी लोगों के खिलाफ जबरदस्त कार्रवाई हो रही है तब भ्रष्टाचारियों को पनाह देने वाले दलों में बौखलाहट मची हुई है और यही वजह है कि ये दल गठबंधन और महागठबंधन का राग अलाप रहे हैं।’’

त्रिपाठी ने कहा कि खनन घोटाले की आंच पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक पहुंचने लगी है। इस बात के पुख्ता प्रमाण मिलने लगे हैं कि खनन घोटाले में गायत्री प्रजापति ही नहीं बल्कि अखिलेश की भी सहभागिता थी और तमाम आईएएस अफसरों की मिलीभगत से प्रदेश में एक बड़ा घोटाला किया गया।  उन्होंने कहा कि इस घोटाले से देशभर में उत्तर प्रदेश का नाम तो कलंकित हुआ ही, पर्यावरण के साथ भी बड़ा खिलवाड़ किया गया। सपा सरकार में अवैध खनन को लेकर अदालतों और एनजीटी के आदेशों की धज्जियां उड़ाई गईं।  

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सरकार में आते ही रिवर फ्रंट घोटाले की जांच के आदेश दिए थे जिसके बाद तमाम भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ मामले भी दर्ज हुए थे। त्रिपाठी ने कहा कि आज लखनऊ समेत देशभर में हुई छापेमारी ने साबित कर दिया है कि अखिलेश सरकार में किस कदर भ्रष्टाचार हुआ था और काम नहीं बल्कि कारनामे हुए थे। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 1,500 करोड़ रुपये की लागत वाली गोमती रिवर फ्रंट विकास परियोजना में धन शोधन के आरोपों की जांच के सिलसिले में बृहस्पतिवार को विभिन्न राज्यों में छापेमारी की।  


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Ajay kumar

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