यमुना में गिरने वाले 35 गंदे नालों में से 20 हो चुके हैं बंद, जल्द बनेगा आचमन योग्य: श्रीकांत

punjabkesari.in Monday, Oct 12, 2020 - 09:24 AM (IST)

मथुरा: उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नदियों की निर्मलता के संकल्प की दिशा में तेजी से काम हो रहा है और यमुना जल को आचमन योग्य बनाने का संकल्प जल्द पूरा हो जाएगा। शर्मा ने विकास कार्यों के निरीक्षण के बाद संवाददाताओं से कहा कि वर्ष 2021 के मध्य तक नालों की टैपिंग का कार्य पूरा हो जाएगा, इसके बाद मथुरा से वृन्दावन तक रिवर फ्रंट की महत्वाकांक्षी परियोजना पर कार्य शुरू होने की राह आसान हो जाएगी।

उनका कहना था कि नालों की टैपिंग, ट्रीटमेंट प्लांट,मोक्ष धाम और घाटों की स्वच्छता को सुनिश्चित करने के जरिये यमुना को शुद्ध कर उसके जल को आचमन के योग्य बनाने का संकल्प पूरा हो जाएगा।  ऊर्जा मंत्री ने कहा कि विकास कार्यों में धरोहरों के संरक्षण व संवर्धन के साथ ही पर्यावरण की अनुकूलता का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि यमुना में गिरने वाले 35 गंदे नालों में से 20 नाले बंद किये जा चुके हैं। बाकी काम वर्ष 2021 के मध्य तक पूरा हो जाएगा।

उन्होंने बताया कि 480 करोड़ की लागत से मसानी एसटीपी और ट्रांस यमुना टीटीआरओ प्लांट की 50 एमएलडी क्षमता बढ़ाई जा रही है। यमुना में गिरने वाले गंदे नालों को बंद करने के बाद पर्यावरण अनुकूलता को आधार बनाकर ग्रीन कवर बढ़ाया जाएगा और मनोरम रिवर फ्रंट तैयार किया जाएगा। वृन्दावन में पंचकोसीय परिक्रमा मार्ग को तीर्थ यात्रियों के अनुकूल बनाने के संबंध में उन्होंने बताया कि नंगे पैर परिक्रमा के लिए कच्चे मार्ग का निर्माण, परिक्रमा मार्ग का सुद्दढ़ीकरण और उच्चीकरण, विश्राम करने के लिए बेंच, जलभराव न होने के इंतजाम किये जा रहे हैं।        


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Moulshree Tripathi

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