झांसी हादसे पर पीएम मोदी ने जताया दुख, कहा- हृदयविदारक घटना, मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपए देने की घोषणा की

punjabkesari.in Saturday, Nov 16, 2024 - 10:52 AM (IST)

UP News: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के एक मेडिकल कॉलेज में बच्चों के वार्ड में आग लगने से 10 शिशुओं की मौत पर दुख व्यक्त किया और कहा कि राज्य सरकार की निगरानी में स्थानीय प्रशासन राहत एवं बचाव के हर संभव प्रयास कर रहा है। झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में बच्चों के वार्ड में शुक्रवार रात आग लगने से कम से कम 10 बच्‍चों की मौत हो गई जबकि 16 बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए।

'हादसा मन को व्यथित करने वाला है'
प्रधानमंत्री कार्यालय ने प्रधानमंत्री मोदी के हवाले से सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हृदयविदारक! उत्तर प्रदेश में झांसी के मेडिकल कॉलेज में आग लगने से हुआ हादसा मन को व्यथित करने वाला है। इसमें जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी गहरी शोक-संवेदनाएं हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें इस अपार दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव के हरसंभव प्रयास में जुटा है।''

 


मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपए अनुग्रह राशि की घोषणा की
कार्यालय ने एक अन्य ‘पोस्ट' के जरिए बताया कि प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने की घटना में मारे गए प्रत्येक बच्चे के परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। उसने बताया कि घायलों को पचास-पचास हजार रुपये दिए जाएंगे। 

पीड़ित परिजनों के बीच गहरी शोक की लहर
जानकारी के मुताबिक, एनआईसीयू वार्ड में 54 बच्चे भर्ती थे ,जिसमें 10 बच्चों की मौत हो गयी लेकिन बाकी बच्चों को सुरक्षित बचा लिया गया है और उनका इलाज इमरजेंसी में किया जा रहा है। जिस दौरान यह दुखद हादसा हुआ उस समय मौके पर पवन राजपूत ने बताया कि उनका तीन दिन का भतीजा भी नीकू वार्ड में भर्ती था और इस भीषण हादसे में उसकी मौत हो गयी है। मेडिकल कॉलेज परिसर में अफरातफरी का माहौल है। प्रशासन ने व्यवस्थाओं को संभालने के लिए इमरजेंसी में दो से थानों की पुलिस को तैनात किया है। राहत एवं बचाव कार्य तेजी से किया जा रहा है। पीड़ित परिजनों के बीच गहरी शोक की लहर है।
 

 


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Content Editor

Pooja Gill

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