UP Politics: यूपी की गलियों में लगे तेलंगाना CM चंद्रशेखर राव और प्रशांत किशोर के पोस्टर, आगामी चुनाव में गठबंधन की अटकलें

punjabkesari.in Sunday, Mar 20, 2022 - 11:58 AM (IST)

लखनऊ/हैदराबाद: उत्तर प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव को “देश का नेता” बताने वाले और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर को बधाई देने वाले पोस्टर लगाए हैं, जो लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। रास्ते पर आने-जाने वाले लोग सोच में पड़ गए हैं कि उत्तर प्रदेश में राव के पोस्टर किसलिए लगाए गए हैं। राव की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के एक कार्यकर्ता ने हिंदी भाषी प्रदेश में अपने नेता की लोकप्रियता बढ़ाने का बीड़ा उठाया है।

गौरतलब है कि राव भारतीय जनता पार्टी का विरोध कर रहे हैं और उसके खिलाफ गठबंधन बनाने की जुगत में लगे हैं। इस बात की अटकलें लगाई जा रही हैं कि आगामी चुनाव में टीआरएस चुनावी रणनीति के लिये प्रशांत किशोर की सेवाएं ले सकती है, लेकिन इस बारे में अभी तक कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है। विचित्र बात यह है कि पोस्टर में जहां एक तरफ किशोर को जन्मदिन की बधाई दी गई है, वहीं एक अन्य पोस्टर में लगभग सभी गैर-भाजपाई और गैर-कांग्रेसी नेताओं तथा मुख्यमंत्रियों के चित्र लगाए गए हैं। इनमें एम के स्टालिन, उद्धव ठाकरे, ममता बनर्जी, नवीन पटनायक, नीतीश कुमार, अरविंद केजरीवाल, हेमंत सोरेन और भगवंत मान शामिल हैं। अन्य नेताओं में शरद पवार, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव भी हैं, जिन्हें पोस्टर में जगह दी गई है।

हैदराबाद के रहने वाले टीआरएस कार्यकर्ता तेलंगाना साई ने ये पोस्टर लगवाए हैं। उन्होंने कहा कि वह उत्तर प्रदेश तथा देश के लोगों को राव के बारे में बताना चाहते थे कि वह गैर-भाजपा नेताओं के समर्थन से दिल्ली में उच्च पद तक पहुंचने में सक्षम हैं। साई ने कहा कि राव तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में लोकप्रिय हैं लेकिन उन्हें उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब और अन्य राज्यों के लोग ज्यादा नहीं जानते। पोस्टर में राव को “देश का नेता” के तौर पर दर्शाया गया है।

राज्य के सिद्दिपेट जिले में हाल में हुई बैठक में राव ने कहा था कि वह राष्ट्रीय राजनीति को प्रभावित करने की दिशा में बढ़ रहे हैं और वह अपनी पूरी क्षमता का उपयोग देश में चीजों को सही करने में करेंगे। किशोर ने हाल में राव से मुलाकात की थी लेकिन अभी तक उनके और टीआरएस के बीच कोई समझौता मूर्तरूप नहीं ले पाया है।


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Content Writer

Mamta Yadav

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