कुशीनगर में बच्चा बेचने की घटना पर प्रियंका गांधी ने की यूपी सरकार की आलोचना, पूछा ये सवाल
punjabkesari.in Monday, Sep 09, 2024 - 09:44 AM (IST)
UP News: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में शुक्रवार को नवजात और पत्नी को अस्पताल से छुड़ाने के लिए 20 हजार रुपये में युवक ने अपना बेटा बेच दिया था। इस मामले में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ''कुशीनगर में अस्पताल का बिल भरने के लिए एक व्यक्ति को अपने बेटे को कथित तौर पर ‘‘बेचने'' के लिए मजबूर किए जाने की घटना दिल दहला देने वाली है। उन्होंने सवाल किया कि क्या अब देश में जिंदा रहने के लिए इंसानों को दूसरे लोगों को ‘‘खरीदना और बेचना'' पड़ेगा।
इस कृत्य में सरकारी तंत्र भी हिस्सेदार रहाः प्रियंका
प्रियंका ने कहा कि ''हरीश पटेल ने अपनी गर्भवती पत्नी लक्ष्मीना को एक अस्पताल में भर्ती कराया। उन्होंने बेटी को जन्म दिया। अस्पताल ने इलाज के 4 हजार रुपये मांगे। हरीश के पास रुपये नहीं थे। अस्पताल ने जच्चा-बच्चा को रिलीज करने से मना कर दिया। पत्नी और नवजात बच्ची को घर लाने के लिए मजबूर होकर हरीश पटेल ने अपने एक बेटे को 20,000 रुपये में बेच दिया। बच्चा खरीदने वाले ने बाकायदा तहसील में स्टांप बनवाया और पुलिस ने भी उनसे 5,000 रुपये की रिश्वत ली। मानवता को शर्मसार करने वाले इस कृत्य में सरकारी तंत्र भी हिस्सेदार रहा।''
कुशीनगर, उत्तर प्रदेश में तंगहाली के चलते एक व्यक्ति द्वारा अपना बच्चा बेचने की घटना दिल दहलाने वाली है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 8, 2024
हरीश पटेल ने अपनी गर्भवती पत्नी लक्ष्मीना को एक अस्पताल में भर्ती कराया। उन्होंने बेटी को जन्म दिया। अस्पताल ने इलाज के 4 हजार रुपये मांगे। हरीश के पास रुपये नहीं थे।… pic.twitter.com/gNEL1Vaafv
प्रियंका गांधी ने किया सवाल
इससे आगे प्रियंका गांधी ने कहा कि ''हरीश के परिवार पर पहले से कई माइक्रो फाइनेंस कंपनियों का कर्ज है जिसे वे चुका नहीं पा रहे हैं। हरीश के जैसे तमाम गरीब परिवार इन कंपनियों के चंगुल में फंस चुके हैं जिनसे 30 से 40 प्रतिशत तक ब्याज वसूला जा रहा है। कहां हैं सरकार की योजनाएं? कहां है स्वास्थ्य विभाग? किसके लिए चल रही सरकार? क्या अब हमारे देश में जिंदा रहने के लिए इंसानों को इंसानों की खरीद-फरोख्त पड़ेगी?''
मामले में पांच लोग गिरफ्तार
अधिकारियों ने बताया था कि हरीश पटेल नामक व्यक्ति ने अपनी पत्नी को प्रसव के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया था लेकिन अस्पताल की फीस भरने में असमर्थ रहने पर जच्चा-बच्चा को अस्पताल से नहीं जाने दिया गया। उन्होंने बताया था कि अपनी पत्नी और नवजात शिशु की छुट्टी कराने के लिए पटेल शुक्रवार को बच्चा गोद लेने के एक फर्जी समझौते के तहत महज कुछ हजार रुपये में अपने बेटे को बेचने के लिए राजी हो गया। इस घटना से लोगों में आक्रोश फैल गया और घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने शनिवार को पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया, जिनमें बच्चे को साथ ले जाने वाला एक दंपति भी शामिल था।