मुस्लिम त्योहार के जुलूस हिन्दू इलाकों से निकल सकते है,तो हिन्दू के जुलूस मुस्लिम इलाके से क्यों नहीं निकल सकते...

punjabkesari.in Monday, Dec 16, 2024 - 04:15 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को सरकार सदन विपक्ष के सवालों को एक-एक करके बेधड़क जवाब दिया। इस दौरान पर संभल मुद्दे को लेकर पर जमकर हमला भी बोला। सीएम ने कहा कि जो बराबरी नहीं कर सकते, वो बुराई करते हैं। विपक्ष की बुराई में न्याय नहीं दिखता। कहा कि आज हनुमान मंदिर मिला है। कुएं में मूर्तियां मिल रही हैं। 22 कुएं पाटे गए। कहा कि शफीकुर्रहमान कभी खुद को भारत का नहीं मानते थे… वह कहते थे कि मैं बाबर का संतान हूं। कहा कि भारत में राम की संस्कृति रहेगी। बाबर की संस्कृति नहीं रहेगी।  उन्होंने कहा कि जब मुस्लिम पर्व पर जुलूस हिन्दू इलाके से जा सकती है तो हिन्दू पर्व और त्योहार पर मुस्लिम इलाके से जुलूस क्यों नहीं जा सकती है?

सीएम योगी ने संभल मुद्दे को लेकर कहा कि 1978 से जो मंदिर आज निकल रहा है उस पर विपक्ष कुछ नहीं बोलेगा। 1978 से कभी इन लोगों ने खोलने नहीं दिया जो आज बजरंगबली का मंदिर निकल रहा है.. जो वहां पर आज 22 कुंए किसने बंद किए थे.. इन 22 कुओं को भी वहां पर बंद किया गया और वहां का माहौल इतना तनावपूर्ण किसने बनाया था यह पत्थरबाजी कौन थे? एक भी गिरफ्तारी बिना साक्ष्य  के नहीं हो रही है और याद रखना जिसने पत्थर बाजी की होगी जिसे माहौल खराब किया होगा उसमें एक भी बचाने वाला भी  नहीं है।

"खटाखट" की असलियत सामने आई जनता ने कहा "सपाचट"
सीएम ने चुनाव में किए गए वादे को लेकर कहा कि जब "खटाखट" की असलियत सामने आई तो जनता ने उपचुनाव में ही "सपाचट" कर दिया। सीसामऊ में आप बाल बाल बच गए,कुंदरकी में लोगो को अब अपनी जड़ें पहचानना आ गया है। सीएम ने कहा कि डिजिटल जमाना हैइसी तरह जल्दी ही इकबाल महबूब जी को भी अपनी जड़ें याद आ जाएंगी,इनको बाबरनामा जरूर पढ़ना चाहिए।

आपकी राजनीति हमेशा से बांटने और काटने की
उन्होंने कहा कि विपक्ष हमेशा बांटने बांटने की राजनीति करता है। इसलिए हमने कहा न बटेंगे न कटेंगे।  CM योगी/- संग्राम यादव जी ने एक कविता पढ़ी, उन अल्लामा इकबाल को पेशे से शिक्षक कहा जाता है उनकी कविता की पहली लाइन ही यही है.. "मुस्लिम हैं हम वतन हैं, सारा जहां हमारा".इन्हें शिक्षक मान सकते हैं क्या?ऐसे शिक्षक दुर्गति करवाएंगे।

संभल बहराइच मुद्दे पर सीएम योगी का बयान
संभल बहराइच को लेकर सीएम योगी ने कहा कि सरकार आश्वस्त करती है कि कोई दोषी नही बचेगा।  ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर काम होगा। दोनो घटनाओ में विजुअल वीडियो देख सकते हैं घरों पर पत्थर इकट्ठे करके रखे गए है। ऐसे लोगों को चिन्हित कर पुलिस कार्रवाई कर रही है।

,जय श्रीराम का नारा कैसे उत्तेजक‍‍? 
आप ऐसे कैसे कह सकते हैं कि मुस्लिम इलाको से हिन्दू जुलूस नहीं निकल सकता है। सड़क किसी की नही है,जय श्रीराम का नारा उत्तेजक नही है।  अगर मैं कहूं की अल्ला हूं अकबर मत लगाओ तो मानेंगे..कल कोई हिन्दू कहे कि अल्ला हू अकबर के नारे नहीं लगाए तो कैसा लगेगा।

संभल का इतिहास
संभल हिंसा का जिक्र करते हुए सीएम ने बताया कि वहा पर कब और कैसे माहौल खराब किया गया। इसका इतिहास 1947 से शुरू किया गया। 1947 ने 1 मौत,1948 ने 6 लोग,1958 ,1962 में दंगे हुए,1976 में 5 मौत हुई,1978 में 184 हिंदुओं को सामूहिक रूप से हत्या हुई जलाया गया,आप इस सच्चाई को स्वीकार नहीं करेंगे,1980 में दंगे हुए,1982 में दंगे हुए,1986 में 4 लोग मारे गए,1990,92 मे,1996 में 2 मौत हुई,यह लगातार सिलसिला चलता रहा 1947 से अब तक 209 हिंदुओं की मौत हुई,इनके लिए किसी से संवेदना के लिए 2 शब्द नहीं कहे। बहराइच में निर्दोष रामगोपाल मिश्रा की निर्मम हत्या हुई  उसके लिए भी आप के एक शब्द नहीं निकले।

संभल में बिजली चोरी मस्जिदों से हो रही
संभल में बिजली चोरी मस्जिदों से हो रही है। उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन का लाइन लॉस 30% से कम हैं जबकि सम्भल में दो इलाके हैं दीपा सराय और मिया सराय इन दोनों इलाको में लाइन लॉस 78% और 82%..देश के संसाधनों की लूट कैसे होती है वहां पता चलेगा।  वैसे तो कहेंगे प्रशासन चोर है। जब प्रशासन चोरी उजागर कर रहा है तो कह रहे हैं अत्याचार है..सच्चाई कभी छिप नही सकती है। प्रदेश के अंदर अगर किसी मुस्लिम या अन्य मत मजहब के पर्व त्योहार में कोई समस्या नहीं खड़ी नही होती,तो फिर हिन्दू पर्व त्योहार पर अगर समस्या खड़ी करेगा तो सरकार सख्ती से निपटने का काम करेगी।

शफीकुर्रहमान बर्क ने भारत का नागरिक नहीं माना क्या आप उन से सहम हैं‍?
शफीकुर्रहमान बर्क ने कभी भी खुद को भारत का नागरिक नहीं माना,वो कहते थे कि मैं बाबर की संतान हैं। आप भी मानते होंगे....ये आपको तय करना है कि आप आक्रांताओं को अपना आदर्श मानते हैं,या राम कृष्ण और बुद्ध की परम्परा को अपना आदर्श मानते हैं। भारत मे राम कृष्ण बुद्ध की परंपरा ही रहेगी, बाबर और औरंगजेब की परंपरा नहीं रहेगी। 


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Content Writer

Ramkesh

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