Russia-Ukraine War: यूक्रेन में फंसे हैं यूपी के हजारों छात्र-छात्रायें, इटावा पहुंची MBBS छात्रा की आपबीती सुन भावुक हुए लोग

punjabkesari.in Saturday, Feb 26, 2022 - 09:42 AM (IST)

लखनऊ: युद्ध के हालात से गुजर रहे यूक्रेन में फंसे उत्तर प्रदेश के हजारों छात्र छात्रायें स्वदेश वापसी के लिये केन्द्र सरकार की मदद का इंतजार कर रहे हैं वहीं प्रदेश सरकार ने हेल्प लाइन नम्बर जारी कर यथासंभव मदद का आश्वासन दिया है। बस्ती, संतकबीरनगर, हरदोई, बुलंदशहर, इटावा समेत प्रदेश के अलग अलग शहरों से उच्च शिक्षा जिनमें से अधिकतर मेडिकल की पढ़ाई करने गये छात्र छात्रायें युद्ध की चपेट में आये यूक्रेन से बाहर निकलने के लिये बेसब्र हैं। विदेश मंत्रालय फंसे छात्र छात्राओं की वापसी के लिये यूक्रेन में भारतीय दूतावास से संपर्क में है और कई छात्र छात्राओं को भारत लाया भी जा चुका है। प्रदेश सरकार ने आज एक हेल्पलाइन नम्बर जारी किया है जिसके जरिये छात्र छात्रायें अथवा उनके अभिभावकों की हरसंभव मदद की जायेगी।       

इस बीच देर शाम यूक्रेन से दिल्ली के रास्ते अपने गृहनगर इटावा पहुंची एमबीबीएस छात्रा तेजस्विता ने बताया कि उसके आने के बाद सारी फ्लाइटें बंद कर दी गईं। कीव शहर में सेना लगा दी गई है वहां पर ब्लास्ट हो रहे हैं। लोग भाग रहे हैं और अफरा-तफरी का माहौल है। कुछ भी समझ मे नही आ रहा है कि आखिर कार उसके जो साथी यूक्रेन मे फंसे हुए है वो कैसे वापस आयेगे यही चिंता केवल सता रही है। भारतीय दूतावास के जरिये कोई सही और सटीक जानकारी नहीं मिल पा रही है। अभी भी 15000 के आसपास मेडिकल छात्र फंसे हुए है। हमेशा सभी को जूते पहन कर रहना पड रहा है। जैसे ही साइरन बजता है वैसे ही सबको बंकर में जाना होता है। खाने पीने का कोई इंतजाम नहीं है। तेजस्विता यूक्रेन के विन्नित्सिया नेशनल पिरोगोव मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की छात्रा है। वह वर्ष 2019 में पढ़ाई के लिए वहां पर गई थी।       

यूक्रेन में फंसे अमेठी के एक युवक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में युवक अपना नाम मोहम्मद सैफ बता रहा है।युवक ने भारत सरकार से न्याय की फरियाद की है। खुद को जायस क्षेत्र का बताने वाला युवक कह रहा है ‘‘ जंग होने के कारण मैं यहां फंसा हुआ हूं। यहां पर कल ही लवीव में, कीव में, ईवानो फ्रंकिस में भी हमला हुआ है। हम लोगों के एयरपोटर् को बर्बाद किया जा रहा है ताकि कोई मदद न मिल सके। इवानो को और न ही पूरे यूक्रेन को। भारत सरकार से ये रिक्वेस्ट करते हैं कि जल्द से जल्द हम लोगों को यहां से निकालने का कुछ इंतेजाम करिए। आज हम लोग अपने रिस्क पर पोलैंड जा रहे हैं किसी का कोई हाथ नहीं है न ही यहां की सरकार का और न ही इंडिया की सरकार का। अब आगे देखते हैं कि क्या होता है।''

बस्ती जिले के छावनी थाना क्षेत्र के रूपगढ़ निवासी सत्यप्रकाश यादव ने कहा ‘‘ मेरा बेटा मुलायम सिंह यादव यूक्रेन में फंस गया है। उससे मेरी बात हुई वह पूरी तरह से सुरक्षित है लेकिन डरा और सहमा हुआ है। टर्नोपिल नेशनल मेडिकल यूनवर्सिटी यूक्रेन में एमबीबीएस के तीन सेमेस्टर की परीक्षा दे चुका हैं। चौथे सेमेस्टर की परीक्षा मार्च में होनी थी। पिछले एक सप्ताह से वापसी का हवाई टिकट पाने का प्रयास कर रहा था, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई है,अब वहां पर हुए हमले के चलते हवाई उड़ानें रद्द हो गई हैं।''       

संतकबीरनगर के बखिरा थाना क्षेत्र के ग्राम लेड़ुआ महुआ निवासी पूर्व जिला पंचायत सदस्य का पुत्र मोहम्मद शाद एमबीबीएस तृतीय वर्ष का छात्र है जो अभी भी यूक्रेन में फंसा हुआ है। जिससे परिजनों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं। पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं सपा के वरिष्ठ नेता मोहम्मद इसहाक अंसारी ने बताया कि उनका पुत्र यूगानो शहर में स्थित विश्वविद्यालय से एमबीबीएस कर रहा है। गानो शहर में ही किराये के कमरे में रहता है। उसके कमरे में खलीलाबाद , अलीगढ़ एवं बिहार के एक-एक छात्र रहते हैं। शुक्रवार को बात किया तो उसने बताया कि वे लोग पश्चिमी यूक्रेन में निवास करते हैं जो पोलैंड की सीमा के करीब स्थित है। फिलहाल अभी तक उस क्षेत्र में कोई परेशानी नहीं है। लेकिन यहां रहने वाले लोग किसी अनहोनी से आशंकित नजर आ रहे हैं।       

हरदोई जिले के चार छात्र व दो छात्राएं यूक्रेन और रूस में युद्ध के बाद वही फंसे हुए हैं। छहो छात्र वहां एमबीबीएस करने गए हैं। सभी के परिजन उनकी सलामती को लेकर बेहद चिंतित और बच्चों की सलामती के लिए दुआ करने में जुटे हुए हैं। फिरोजाबाद जिले के कई छात्र भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं सिरसागंज का एक छात्र आशुतोष जैन दुबई होकर किसी प्रकार पहले निकल आया था अब दूसरा साथ में शशांक भी किसी प्रकार 25, हजार बाली टिकट के 53 हजार रुपए देकर अपने परिजनों के बीच वापस आ गया है। छात्र ने बताया हजारों की संख्या में छात्र अभी भी फंसे हुए हैं इसी प्रकार घर वापसी के लिए प्रयास कर रहे हैं।

बुलंदशहर जिले के 13 छात्र और एक छात्रा यूक्रेन में फंसे हुए हैं इनके परिजन जहां अपने पुत्र पुत्रियों की सलामती की दुआ मांग रहे हैं वही सरकार से भी उनको अपने देश सुरक्षित लाने की फरियाद भी कर रहे हैं वही बीसा कॉलोनी निवासी शाहनवाज हुसैन के यूक्रेन से वापस लौटने पर उसके परिजन बेहद खुश है जिले के डेढ़ दर्जन से अधिक युवक और युवती यूक्रेन में रहकर डॉक्टरी की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।


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Content Writer

Mamta Yadav

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