Saharanpur News: आशा वर्करों ने आत्मदाह का किया प्रयास, बोलीं- एक साल से नहीं मिला मानदेय, घर में भूखमरी के हालात

punjabkesari.in Saturday, Jul 29, 2023 - 05:25 PM (IST)

Saharanpur News, (रामकुमार पुंडीर): उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हकीकत नगर के धरना स्थल पर स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत आशा वर्करों ने हंगामा खड़ा कर दिया। आशा वर्करों ने एक साल से वेतन न मिलने को लेकर खुद पर डीजल डाल लिया और आग लगाने का प्रयास किया। लेकिन धरना स्थल पर मौजूद पुलिस बल ने आशा वर्करों को रोक लिया। करीब 20 मिनट तक छिना झपटी चली पुलिस ने आशा वर्करों से माचिस छिनी। इसी बीच करीब 5 आशा वर्करों की तबीयत खराब हो गई। जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।   
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आशा वर्कर कमलेश सैनी का कहना है कि जब किसी के चारों ओर से रास्ते बंद हो जाते हैं तब परेशान होकर या तो आत्महत्या करता है या फिर दूसरे को मारने की कोशिश करता है। आशा वर्करों को दो साल से मानदेय नहीं मिला है ऐसे बहुत सी आशाएं है जिनके बैंक एकाउंट में एक रुपए नहीं आया है। कोरोना काल में सीएम ने 1500 रुपए देने की घोषणा की थी। वह भी हमारे खाते में नहीं आए है। स्वास्थ्य अधिकारियों को कई बार शिकायत भी की गई। सभी अधिकारियों के चक्कर काटने पर कोई आश्वासन नहीं मिला तभी आशा वर्कर आंदोलन करने पर मजबूर हुई है।
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आशा वर्कर ने कहा कि सभी गद्दार है और झूठे हैं। अधिकारियों का मोटे-मोटे वेतन से पूरा नहीं हो रहा है। आशा वर्करों के पैसों में घोटाला किया जा रहा है। हमें यदि हमारे हक का पैसा नहीं मिला तो हम यहीं पर मर जाएंगे। साथ ही कहना है कि अधिकारी हमारे मानदेय का बंदरबाट कर रहे हैं। आशा वर्कर 18-18 घंटे काम करती है लेकिन उनका मेहनताना भी नहीं मिलता है।
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आरोप है यदि हम अधिकारियों के पास जाते हैं तो वह हमें डांटकर भगा देते हैं। आशा वर्करों ने स्वास्थ्य अधिकारियों पर अभद्रता करने का आरोप भी लगाया है। स्वास्थ्य विभाग उनसे प्लस पोलियो अभियान में ड्यूटी लगा देता है तो कभी मतदाता सूची वेरिफिकेशन का काम लिया जाता है। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है की आशाओं का लगभग 80 प्रतिशत पैसा भेज दिया गया है। बाकी जो पैसा रुका है उसकी वो जांच करा रहे हैं और इनको पूरा पैसा दिया जाएगा।
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Content Writer

Mamta Yadav

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