सर्वेश्वर साइन मंदिर के पुजारी की हत्या; पुलिस ने किया चौंकाने वाला खुलासा, इस वजह से उतारा मौत के घाट
punjabkesari.in Thursday, Nov 20, 2025 - 12:29 PM (IST)
बदायूं: उत्तर प्रदेश में बदायूं पुलिस ने सर्वेश्वर साइन मंदिर के पुजारी की हत्या का सनसनी खेज खुलासा किया है। खुलासा करने के साथ ही पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गौरतलब है कि सर्वेश्वर साइन मंदिर के पुजारी की गला दबाकर अज्ञात हत्यारे ने हत्या कर दी थी हत्यारे मंदिर से दो मुकुट और सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर भी चोरी करके ले गए थे। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से बुधवार देर शाम तीन हथियारों को गिरफ्तार किया है जिसमें दो सगे भाई और उसका बहनोई शामिल है।
जानिए पूरा मामला
पुलिस ने बताया है कि सिविल लाइन थाना क्षेत्र के सर्वेश्वर साई मंदिर के पुजारी मनोज शंखधार की दो दिन पूर्व अज्ञात हत्यारे ने गला दबाकर हत्या कर दी थी दो मुकुट और सीसीटीवी कैमरे का डी वी आर भी चोरी करके ले गए थे। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से कलान थाना क्षेत्र के परौर के रहने वाले दो सगे भाइयों को और उसावा थाना क्षेत्र के मनसा नगला के रहने वाले उनके बहनोई को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में दोनों हत्यारों ने बताया कि पुजारी मनोज शंखधार के बड़े भाई के साथ उनकी बड़ी बहन की शादी हुई थी। कुछ समय बाद उनकी बहन की मृत्यु हो गई तो उनकी छोटी बहन अपने बहनोई के घर पर रहने लगी। जहां मनोज शंखधार का अपने भाई के घर आना जाना था इसी दौरान उसके उनकी छोटी बहन के साथ अवैध संबंध हो गए।
विरोध के बाद भी बनाए संबंध
मनोज शंखधर उससे शादी करना चाहता था, लेकिन परिवार वाले राजी नहीं थे। उन्होंने उसकी शादी मनसा नगला के रहने वाले हिमांशु के साथ कर दी थी लेकिन मनोज शंखधार के उनकी बहन के साथ संबंध बरकरार रहे। जिसको लेकर कई बार गांव में पंचायत भी हुई और मनोज शंखधर को हिदायत दी गई कि वह उनकी बहन का पीछा छोड़ दे। इस पूरी पाप लीला में उनकी छोटी बहन भी मनोज शंखधार का साथ दे रही थी और उसने अपने पति के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया गया
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
परिवार के लोगों ने एक बार फिर हिमांशु और उसकी बहन के बीच समझौता कर दिया, लेकिन पुजारी मनोज अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो आखिर में दोनों भाई और हिमांशु ने मिलकर मनोज शंखधार की हत्या की साजिश रच डाली और 16 नवंबर की रात को मनोज शंकरधर की गला दबाकर हत्या कर दी। आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य से मंदिर के दो मुकुट और सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर चोरी कर लिया ताकि किसी को उन पर हत्या का शक न हो लेकिन पुलिस जांच और इलेक्ट्रानिक सर्विलांस में इस पूरी घटना का खुलासा हो गया। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।

