गाजियाबाद में दारोगा पर महिला से रेप, धोखाधड़ी और जबरन गर्भपात कराने के गंभीर आरोप, कोर्ट के आदेश पर FIR दर्ज
punjabkesari.in Saturday, Oct 04, 2025 - 07:13 AM (IST)

Ghaziabad News: गाजियाबाद के लोनी थाना क्षेत्र में तैनात रह चुके दारोगा जयसिंह निगम पर एक महिला ने रेप, धोखाधड़ी और जबरन गर्भपात कराने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। कोर्ट के आदेश के बाद लोनी थाने में आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। मामला सामने आने के बाद पुलिस विभाग की कार्यशैली और संवेदनशील मामलों में लापरवाही को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
क्या है पूरा मामला?
पीड़ित महिला ने बताया कि साल 2019 में थाना साहिबाबाद में दर्ज एक केस की जांच के दौरान उसकी मुलाकात जयसिंह निगम से हुई थी। दारोगा ने खुद को अविवाहित बताया और महिला को शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए। जब महिला गर्भवती हुई, तो दारोगा ने उसे दवाइयां देकर जबरन गर्भपात करवा दिया। महिला का कहना है कि उसने लगातार संबंध बनाए रखने के लिए दबाव और धोखे का सहारा लिया।
शादी का दिखावा और धोखा
महिला के अनुसार, आरोपी ने 1 जुलाई 2024 को आर्य समाज मंदिर में शादी की और 2 जुलाई को कोर्ट मैरिज का रजिस्ट्रेशन भी करवाया। लेकिन शादी के बाद भी दारोगा ने उसे अपने साथ नहीं रखा और दूरी बना ली। बाद में महिला को पता चला कि जयसिंह निगम पहले से शादीशुदा है और उसके पत्नी व बच्चे भी हैं। इस खुलासे के बाद महिला को बड़ा झटका लगा।
धमकी, दबाव और न्याय के लिए संघर्ष
महिला का यह भी आरोप है कि जब उसने पुलिस से शिकायत की, तो आरोपी ने उसे धमकाया और उसके भाई को झूठे केस में फंसा दिया। महिला ने गाजियाबाद के कई थानों और पुलिस अधिकारियों के चक्कर काटे लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आखिरकार उसे कोर्ट का सहारा लेना पड़ा, जिसके आदेश पर अब जाकर FIR दर्ज की गई है।
दारोगा फिलहाल बरेली में तैनात
बताया जा रहा है कि आरोपी दारोगा फिलहाल बरेली में तैनात है। इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। लोग पूछ रहे हैं कि जब आरोप इतने गंभीर थे, तो पीड़िता को न्याय के लिए कोर्ट की शरण में क्यों जाना पड़ा?
सवालों के घेरे में पुलिस विभाग
- क्या वर्दीधारी पर लगे इतने गंभीर आरोपों की जांच में देरी जानबूझकर की गई?
- क्या विभागीय स्तर पर आरोपी को बचाने की कोशिश हुई?
- क्या महिला को इंसाफ अब भी मिल पाएगा?