''मुस्लिमों को ताकत दिखानी है, बिगाड़ दो शहर का माहौल...चाहे पुलिसवालों की हत्या करनी पड़े...'', बरेली पुलिस की FIR में मौलाना की साजिशों का पर्दाफाश!

punjabkesari.in Monday, Sep 29, 2025 - 02:39 PM (IST)

बरेली : उत्तर प्रदेश के बरेली में जुमे के दिन हुए बवाल के बाद पुलिस का एक्शन लगातार जारी है। पुलिस ने मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए शनिवार को इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा समेत 39 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही मौलाना समेत आठ को जेल भी भेज दिया है। एफआईआर में मौलाना को आरोपी नंबर वन बनाया गया है। इसके मुताबिक, तौकीर रजा की वजह से हिंसा भड़की थी। उन्हीं के इशारे पर भीड़ जमा हुई, नारेबाजी और तोड़फोड़ की। जिसके चलते पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। तौकीर रजा और उनके सहयोगी नदीम समेत अन्य पदाधिकारियों ने सोच-समझ कर पहले से प्लान बनाकर साजिश के तहत जानबूझकर वारदात को अंजाम दिलवाया। 

'बिगाड़ दो शहर का माहौल...भले ही पुलिस वालों की हत्या करनी पड़े...'
पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा के खिलाफ अलग-अलग थानों में दस मुकदमे दर्ज किए हैं। इस हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने न सिर्फ पुलिस पर हमला किया बल्कि उनकी हत्या करने की कोशिश भी की। बरेली पुलिस की एफआईआर के मुताबिक, भीड़ में से कुछ लोगों ने नारे लगाए थे 'गुस्ताख नबी की एक सजा, सर तन से जुदा' जिससे भीड़ उग्र हुई और बवाल पर उतर आई। ये भीड़ सरकार के खिलाफ भी आपत्तिजनक नारे लगा रही थी। हिंसक भीड़ कह रही थी कि मौलाना ने कहा है कि आज शहर का माहौल बिगाड़ना है। मुस्लिमों को ताकत दिखानी है। भले ही इसके लिए पुलिस वालों की हत्या क्यों न करनी पड़े। इतना ही नहीं 'आई लव मोहम्मद' को लेकर हुए इस प्रदर्शन में अपराधियों को दूसरे जिलों से बुलाया गया था। 

दंगाइयों ने पुलिसवालों पर फेंके पेट्रोल बम, अवैध हथियारों से की फायरिंग 
एफआईआर में इस बात का भी जिक्र है कि जुमे के दिन उमड़ी इस भीड़ ने पुलिस पर अवैध हथियारों से जान से मारने के इरादे से फायरिंग की थी। उनके डंडे छीनकर हमला किया। उनके बैच नोचे गए। इतना ही नहीं कांच की बोतलों से पेट्रोल बम फेंके गए, जिससे कई पुलिसकर्मियों घायल हो गए। पुलिसवालों पर धारदार हथियार से हमला भी किया गया। 
 


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Content Editor

Purnima Singh

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