वंशवाद! फैमिली टिकट के लिए कुछ नाराज तो कुछ खुद की सीट छोड़ने को तैयार

punjabkesari.in Wednesday, Jan 19, 2022 - 02:32 PM (IST)

लखनऊ: वंशवाद भारत की राजनीति में किस हद तक घुस चुका है, इसका नमूना अब करीबन हर राज्य और ज्यादातर पार्टियों में दिखाई पड़ रहा है। इसी की वजह से तमाम नेता नाराज होकर पार्टी छोड़ने को तैयार हैं तो कई परिजनों को टिकट दिलवाने के लिए खुद इस्तीफा देने को तैयार हैं। इसी कड़ी में उत्तराखंड की भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हरक सिंह रावत परिजनों को टिकट न मिलने से नाराज होकर अब कांग्रेस का दामन थामने जा रहे हैं। तो वहीं रीता बहुगुणा जोशी बेटे मंयक के लिए इस्तीफे की पेशकश कर चुकी हैं। यूपी के भी कई नेता परिजनों को टिकट दिलाने के लिए ताकत झोंक रहे हैं।  इस लिस्ट में एक दो नहीं कई नेता हैं। इस बारे में विस्तार से बताते हैं।

हरक सिंह रावत- पूर्व कैबिनेट मंत्री
भाजपा से निष्कासित हरक सिंह अपनी बहू अनुकृति के साथ कांग्रेस में जा सकते हैं। बीजेपी द्वारा 3 परिजनों को टिकट न देने से नाराज थे।

राजनाथ सिंह- रक्षा मंत्री
राजनाथ के छोटे पुत्र नीरज सिंह लखनऊ उत्तरी से विधानसभा टिकट चाह रहे हैं। बड़े बेटे पंकज सिंह को टिकट मिल चुका है। 

कलराज मिश्र- राज्यपाल राजस्थान
कलराज मिश्र के पुत्र अमित मिश्र देवरिया से टिकट मांग रहे हैं और इसके लिए जोर शोर से लगे भी हुए हैं। मिश्र देवरिया से सांसद रह चुके हैं।

फागू चौहान- राज्यपाल, बिहार
फागू चौहान के बेटे रामविलास चौहान मऊ की मधुबन सीट से टिकट मांग रहे हैं। मंत्री दारा सिंह के इस्तीफा देने के बाद रामविलास को टिकट संभव

हृदय नारायण- विधानसभा अध्यक्ष
दीक्षित अपने बेटे दिलीप दीक्षित के लिए उन्नाव की पुरवा सीट से टिकट की मांग कर रहे हैं, क्योंकि दीक्षित की उम्र 75 से ऊपर हो चुकी है।

रीता बहुगुणा जोशी- सांसद प्रयागराज 
रीता बेटे मंयक के लिए लखनऊ कैंट से टिकट चाहती हैं। उन्होंने इस्तीफे की पेशकश करते हुए पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखा है। 


 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Tamanna Bhardwaj

Recommended News

Related News

static