सपा को मेरे ऊपर कराए जानलेवा हमले का पश्चताप भी जरूर करना चाहिए: मायावती
punjabkesari.in Friday, Mar 28, 2025 - 11:39 AM (IST)

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव पर एक बार फिर से निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ''सपा आगरा की घटना की आड़ में अपनी राजनीतिक रोटी सेंकना बंद करे।'' इससे पहले मायावती ने सपा पर राजनैतिक लाभ के लिए दलित नेताओं को आगे करके घिनौनी राजनीति करने और उनका शोषण करने का आरोप लगाया था।
मायावती ने किया पोस्ट
बसपा प्रमुख ने ‘एक्स' पर सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व की सरकार में हुई एक घटना की याद दिलाते हुए पोस्ट में कहा, ‘‘आगरा की घटना के साथ-साथ सपा मुखिया को इनकी (सपा की) सरकार में दो जून 1995 को लखनऊ स्टेट गेस्ट हाऊस कांड में इस पार्टी द्वारा मेरे ऊपर कराया गया जानलेवा हमला भी जरूर याद कर लेना चाहिए तथा इसका पश्चताप भी जरूर करना चाहिए।”
1. आगरा की हुई घटना के साथ-साथ सपा मुखिया को इनकी सरकार में दिनांक 2 जून 1995 को लखनऊ स्टेट गेस्ट हाऊस काण्ड में इस पार्टी द्वारा मेरे ऊपर कराया गया जानलेवा हमला भी इनको जरूर याद कर लेना चाहिये तथा इसका पश्चताप भी जरूर करना चाहिए। (1/2)
— Mayawati (@Mayawati) March 28, 2025
इससे आगे एक अन्य पोस्ट में बसपा प्रमुख ने कहा, ‘‘अतः आगरा घटना की आड़ में अब सपा अपनी राजनीतिक रोटी सेंकना बंद करे तथा आगरा की घटना की तरह यहां दलितों का उत्पीड़न और ज्यादा न कराये।''
2. अतः आगरा घटना की आड़ में अब सपा अपनी राजनीतिक रोटी सेंकना बन्द करे तथा आगरा की हुई घटना की तरह यहां दलितों का उत्पीड़न और ज्यादा ना कराये। (2/2)
— Mayawati (@Mayawati) March 28, 2025
राणा सांगा पर विवादित टिप्पणी
बता दें कि राज्यसभा में हाल ही में राणा सांगा पर विवादित टिप्पणी करते हुए सपा के रामजीलाल सुमन ने उन्हें ‘‘गद्दार'' कहा था। इसके विरोध में करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को आगरा स्थित सांसद सुमन के आवास पर तोड़फोड़ की थी। सुमन के आवास पर हमले के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने हिंसा की निंदा की और योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार में उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा कि सपा राणा सांगा की बहादुरी पर सवाल नहीं उठा रही है और दावा किया कि हमला ‘‘सुमन के दलित होने के कारण'' हुआ।