''पति के पार्थिव शरीर को कमरे में ले चलो...'', शहीद की पत्नी की वो आखिरी इच्छा…आज से पहले किसी पत्नी ने नहीं दी होगी ऐसी विदाई
punjabkesari.in Thursday, May 15, 2025 - 06:51 PM (IST)

UP Desk : पति की मौत एक विवाहिता के लिए दुनिया का सबसे बड़ा दुख है। कोई भी विवाहित महिला नहीं चाहती कि उसके जीते जी उसका सुहाग उजड़ जाए। जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए सीवान निवासी राम बाबू सिंह की पत्नी ने अपने पति की अंतिम विदाई में जो किया आज से पहले शायद ही किसी पत्नी ने ऐसा किया होगा। राम बाबू सिंह की पत्नी ने पति की अंतिम विदाई में जो किया उसने हर किसी को भावुक कर दिया।
जब शहीद रामबाबू सिंह का अंतिम संस्कार होने लगा तो सेना के जवानों ने उनकी पत्नी से उनकी आखिरी इच्छा के बारे में पूछा। जिसपर शहीद की पत्नी अंजलि ने सेना के अफसरों से कहा कि वो चाहती हैं कि अंतिम संस्कार के लिए ले जाने से पहले रामबाबू के पार्थिव शरीर को उनके कमरे तक ले जाया जाए। जिसके बाद सेना के जवान तुरंत पार्थिव शरीर को उनके कमरे तक ले गए। लगभग आधे घंटे तक बंद
कमरे में रामबाबू के परिजन रहे और बाहर भारत माता की जय के जयकारे गूंजते रहे। इसके बाद, शहीद रामबाबू सिंह के पार्थिव शरीर को बाहर लाया गया और सभी ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी।
बता दें कि रामबाबू सिंह भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच पाकिस्तान के खिलाफ चल रहे ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बॉर्डर पर तैनात थे। रामबाबू सिंह की शादी को अभी छह महीने ही हुए थे, ऐसे में जैसे ही उनके शहीद होने की खबर सामने आई तो सबका एक ही सवाल था उनकी पत्नी का क्या होगा जिसका घर अभी बसा ही था।