बड़े साहब ने 'प्राइवेट पार्ट' पर मारी लात- आरोप लगा कर थाने में फूट- फूटकर रोता रहा इंस्पेक्टर, जानिए क्या है सच्चाई ?

punjabkesari.in Thursday, Jan 16, 2025 - 08:02 PM (IST)

झांसी (शहजाद खान): जिले में बुधवार की रात झांसी के रिजर्व पुलिस लाइन में एक अप्रत्याशित घटना घटी, जब निलंबित इंस्पेक्टर और प्रतिसार निरीक्षक (आरआई) आपस में भिड़ गए। इंस्पेक्टर ने आरआई पर अभद्रता और गुप्तांग में लात मारने का आरोप लगाया, जिसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। वहीं, एसपी सिटी ने इंस्पेक्टर के आरोपों को निराधार बताते हुए आरआई के साथ मारपीट करने का आरोप इंस्पेक्टर पर लगाया है।

 

दरसअल, झांसी में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। जिसमें एक इंस्पेक्टर ने उच्चाधिकारियों पर गम्भीर आरोप लगाते हुए थाने में हंगामा किया है। वह थाना परिसर में जमीन पर बैठ गया और कहा कि जब वह छुट्टी की परमीशन लेने गया तो पुलिस लाइन में उसके साथ उच्चाधिकारियों की शह पर आरआई ने मारपीट की। साथ ही वह उत्पीड़न से परेशान होकर अपना इस्तीफा भी दे चुका है। वहीं पुलिस अधीक्षक नगर ने इंस्पेक्टर के आरोपों पर झूठा बताते हुए कहा कि उसके खिलाफ आरआई की शिकायत मिलने पर मामला दर्ज किया जायेगा।

 थाना परिसर में धरने पर बैठा इंस्पेक्टर
बताया जा रहा है कि बुधवार की देर शाम एक शख्स जनपद में महानगर के नवाबाद थाने पहुंचा, जहां उसने अपना नाम मोहित यादव बताया। वह पुलिस महकमें में 2012 बैच का सब इंस्पेक्टर है और उसे मृतक आश्रित नौकरी मिली है। झांसी समेत अन्य जिलों के कई थानों में ड्यूटी कर चुका है। मोहित यादव नवाबाद थाना परिसर में रोते-बिखलते हुए जमीन पर बैठ गया और झांसी के उच्चाधिकारियों पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि आज वह छुट्टी की परमीशन के लिए पुलिस लाइन में आरआई के पास गया था। जहां उसके साथ गाली गलौज करते हुए मारपीट कर दी गई। किसी प्रकार बचते हुए 112 को इसकी सूचना दी। 112 के साथ वह थाने आया। उच्चाधिकारियों की सह पर आरआई उसका उत्पीड़न कर रहे हैं। वह पूर्व में इस गंदे सिस्टम के खिलाफ अपना इस्तीफा भी दे चुके हैं लेकिन उसका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है।

छुट्टी मांगने पर हुआ विवाद
मैनपुरी के रहने वाले इंस्पेक्टर मोहित यादव, जिन्हें 2012 में मृतक आश्रित कोटे से नौकरी मिली थी, वर्तमान में झांसी में पोस्टेड हैं। निलंबन के चलते वे पुलिस लाइन में कार्यरत हैं। मोहित का आरोप है कि उन्हें "टारगेट" किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि छुट्टी के लिए दिए गए उनके आवेदन को आरआई सुभाष सिंह ने आगे नहीं भेजा, जिसके चलते दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। मोहित का आरोप है कि आरआई और अन्य पुलिसकर्मियों ने उनके साथ मारपीट की और गुप्तांग में लात मारी, जिसके बाद उन्होंने डायल 112 पर कॉल करके पुलिस बुलाई।

एसपी सिटी ने इंस्पेक्टर के आरोप को बताया निराधार
इस पूरे मामले पर एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि मोहित यादव का पूर्व में भी अनुशासनहीनता का रिकॉर्ड रहा है। उन्हें पहले भी 3 मिसकंडक्ट मिल चुके हैं और वर्तमान में वे अनुशासनहीनता और विवेचना में लापरवाही के चलते निलंबित हैं। उनके खिलाफ 4 जांचें भी चल रही हैं। एसपी सिटी ने बताया कि बुधवार रात को इंस्पेक्टर मोहित यादव ने पुलिस लाइन के गणना कार्यालय में आरआई के साथ बदतमीजी और मारपीट की। इस संबंध में आरआई द्वारा तहरीर दी जा रही है और इंस्पेक्टर के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा। एसपी सिटी ने इंस्पेक्टर द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को झूठा और बेबुनियाद बताया है।
 


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Content Writer

Ramkesh

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