अब नाम से पुकारे जाएगे राम मंदिर के प्रवेश द्वार, जल्द होगा नामकरण
punjabkesari.in Friday, Sep 26, 2025 - 04:54 PM (IST)

अयोध्या: राम की नगरी अयोध्या में रामलला के मंदिर परिसर में प्रवेश द्वारों को जल्द ही उनके नाम से पुकारा जायेगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र ने कहा कि राममंदिर में प्रवेश द्वारों को अभी क्रॉसिंग संख्या के नाम से जाना जाता है, अब इन प्रवेश द्वारों का नामकरण कर दिया गया है। जल्दी ही राममंदिर के प्रवेश द्वारों पर प्रवेश द्वार का नाम अंकित कर दिया जाएगा। क्रॉसिंग 11 का नाम जगतदुरू शंकराचार्य द्वार होगा और क्रॉसिंग 3 का नाम जगतगुरू माधवाचार्य द्वार होगा।
राममंदिर परिसर को भव्य दिव्य बनाने का कार्य हो रहा
राममंदिर परिसर में मंदिरों और परकोटा के निर्माण के साथ अब राममंदिर परिसर को भव्य दिव्य बनाने का कार्य हो रहा है। राममंदिर परिसर को भक्तिमय और हरियालीमय बनाने पर कार्य हो रहा है। रामभक्तों को राममंदिर, परकोटा मंदिर और परिसर के अन्य मंदिरों में दर्शन करने के बाद ऐसा वातावरण जो भक्तिमय हो। परिसर में ऐसा गाडर्न बनेगा जिसमें भक्त दर्शन पूजन अर्चन के बाद ध्यान योग कर सके। मिश्र ने कहा कि गाडर्न पिकनिक स्पॉट नहीं होगा, परिसर में बने पार्क में कोई प्रतिमा भी स्थापित नहीं होगी।
ध्वजारोहण समारोह में आएंगे 10 हजार भक्त
राममंदिर में ध्वजारोहण समारोह के बारे में उन्होंने बताया कि आयोजन तीन दिवसीय होगा। आठ से दस हजार भक्तों को आमंत्रित किया जा रहा है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपतराय सभी व्यवस्थाएं देख रहे हैं। ध्वजारोहण समारोह में आमंत्रित भक्तों के बैठने की योजना पर भा चर्चा हुई है। परकोटा के छत का उपयोग किया जाएगा कि नहीं, छत कितना भार उठा पाएगी, इसका अध्ययन रुड़की इंजीनियरिंग संस्थान करेगा।
'गैलरीज को आधुनिक तकनीक युक्त बनाने के योजना है'
राम कथा संग्रहालय में बनने वाला म्यूजियम के बारे में निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र ने कहा कि गैलरीज को आधुनिक तकनीक युक्त बनाने के योजना है इसके लिए आईआईटी चेन्नई को जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने ने बताया कि रामकथा संग्रहालय में बनी गैलरी के माध्यम से रामचरितमानस के विभिन्न प्रसंगों का राम भक्त देखेंगे। मुख्य मंदिर के साथ-साथ परकोटा को जोड़ते हुए फसाड की लाइटिंग व्यवस्था की जा रही है, लेकिन फसाड में प्रोजेक्टर नहीं लगेंगे, लीनियर लाइटिंग की व्यवस्था होगी और जो फ्लैस एलईडी लाइटिंग से विशेष रूप से इथिनोग्राफी होगी। निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र ने बताया कि फसाड लाइटिंग को लेकर संबंधित कंपनी के साथ हुई चर्चा। एक सप्ताह में डिजाइन को दिल्ली में देखकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।