जिला अस्पताल में रिश्वत ना देने पर गर्भवती महिला को निकाला बाहर, महिला ने वार्ड के बाहर दिया बच्चे को जन्म... पीड़िता ने जिलाधिकारी से की शिकायत
punjabkesari.in Tuesday, Nov 01, 2022 - 12:56 PM (IST)

हरदोई (मनोज तिवारी) : राज्य सरकार बच्चे के जन्म के समय मां को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। इसके लिए कई सारी योजनाएं चला रही है। जिससे की जच्चा बच्चा दोनों सलामत रहें, लेकिन सरकार के इन योजनाओं में जिला स्तर पर जमकर भ्रष्टाचार होता है। अगर पैसे देंगे तो आप का काम होगा नहीं तो आप को अस्पताल के बाहर निकाल दिया जाएगा। ताजा मामला हरदोई के महिला जिला अस्पताल का है। जहां स्वास्थ्य कर्मचारियों ने पैसे न देने पर गर्भवती को अस्पताल से बाहर निकाल दिया बल्कि उसे थप्पड़ भी मार दिया। इसी दौरान जिलाधिकारी के अस्पताल के दौरे की जानकारी होने पर पीड़िता की मां ने डीएम से शिकायत कर दी। डीएम ने मामले में महिला सीएमएस को फटकारते हुए पूरे मामले की जांच करने के आदेश दिए है।
2500 रुपये न देने पर गर्भवती स्त्री को प्रसव कक्ष से निकाला
आपको बता दे कि मानवता को शर्मसार कर देने वाली ये घटना मेडिकल कालेज से सम्बद्ध जिला महिला अस्पताल का है। जहां माधौगंज थाना क्षेत्र के ग्राम पिपरावां की जदीना अपनी गर्भवती पुत्री राबिया बानो को प्रसव पीड़ा के बाद अस्पताल ले कर गई। जहां प्रसव कक्ष में स्टाफ नर्सों ने 25 सौ रुपये मांगे।उन्होंने कहा कि दामाद अरमान अभी आ रहा है। उसके बाद रुपये दे देंगे। इतना सुनते ही स्टाफ नर्स ने पुत्री को बाहर निकाल दिया और चिकित्सक रेफर का पर्चा बना दिया। पुत्री ने कक्ष में उल्टी कर दी तो स्टाफ नर्स ने दोनों को मारा। वह लोग पुत्री को लेकर जा ही रहे थे, लेकिन वार्ड में पुत्री ने बच्चे को जन्म दे दिया।
डीएम ने दिए जांच आदेश
इसी दौरान हरदोई के जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह महिला अस्पताल के निरीक्षण पर आ गए। वहां डीएम को देख महिला ने अस्पताल कर्मियों की पोल खोल दी। साथ ही अपनी बेटी के साथ हुई आपबीती बताई। रिश्वतखोरी की शिकायत सुनकर डीएम साहब का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने वहां उपस्थित सीएमएस डा. विनीता चतुर्वेदी से पूरे मामले पर नाराजगी जताते हुए कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। वहीं अस्पताल में गंदगी देखकर उन्होंने अस्पताल कर्मचारीयों फटकार और सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए।