भाजपा काल में दलित-उत्पीड़न बढ़ने के कारणों की हो जांच, कौशांबी दलित मर्डर कांड पर अखिलेश ने दिया बयान
punjabkesari.in Saturday, Sep 16, 2023 - 01:00 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के संदीपन घाट थाना क्षेत्र में जमीनी विवाद के चलते दलित परिवार के तीन लोगों की कथित रूप से गोली मारकर हत्या की दी गई। इस घटना को लेकर अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर घटना का वीडियो भी शेयर किया है। उन्होंने कहा कि कौशांबी में दलित समाज के एक ही परिवार के तीन सदस्यों की सोते समय गोली मारकर की गयी हत्या व उसके बाद भड़के गुस्से और आगजनी से आसपास के सभी स्थानों में तनाव व्याप्त है। इस जघन्य हत्याकांड की उच्च स्तरीय जांच हो और दलित समाज को इंसाफ़ मिले। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा काल में दलित-उत्पीड़न बढ़ने के कारणों की भी गहरी जांच-पड़ताल होनी चाहिए।
जमीनी विवाद के चलते दलित परिवार के तीन लोगों की हत्या
दरअसल, बीते शुक्रवार को जमीनी विवाद के चलते दलित परिवार के तीन लोगों की गोलीमार कर हत्या कर दी गई थी। जब मामले की जानकारी पड़ोसियों को हुई। गांव में हंगामा खड़ा कर दिया। जबतक पुलिस कुछ समझ पाती तब तक घटना से नाराज लोगों ने कई झोपड़ी और घरों में आग लगा दी। तिहरे हत्याकांड की खबर मिलने पर प्रयागराज जोन के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) भानु भास्कर, रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) चंद्र प्रकाश, प्रयागराज मंडल के आयुक्त विजय विश्वास पंत भी घटनास्थल पर पहुंचे। घटना के संबंध में पुलिस ने बताया कि ककराबाद गांव निवासी शिवशरण (30) की संदीपन घाट थाना क्षेत्र के छबीले पुर गांव में ससुराल थी और उसने तीन वर्ष पूर्व ससुराल के निकट स्थित पंडा चौराहे के पास जमीन खरीदी थी, जहां वह पत्नी बृजकली (25)के साथ रहता था। उसने बताया कि अज्ञात बदमाशों ने बृहस्पतिवार रात घर में सो रहे शिवशरण, उसकी पत्नी और उसके ससुर होरीलाल(60) की गोली मारकर हत्या कर दी।
घटना से नाराज ग्रामीणों कई घरों और गाड़ियों में लगाई आग
पुलिस अधीक्षक (एसपी) बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि ग्रामीण पुलिस को मृतकों के शव नहीं ले जाने दे रहे थे, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझा बुझाकर शव अपने कब्जे में लिए। उन्होंने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। श्रीवास्तव ने बताया कि घटना का कारण जमीनी विवाद है। उन्होंने बताया कि झोपड़ियों में लगाई गई आग पर काबू पा लिया गया है । पुलिस के अनुसार हत्याकांड के बाद हुए उपद्रव में भीड़ द्वारा किए गए पथराव में तहसीलदार पुष्पेंद्र गौतम सिर में चोट लगने से घायल हो गए हैं। उन्होंने बताया कि इलाके में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तिहरे हत्याकांड में मृतक होरीलाल के बेटे सुभाष कुमार की तहरीर पर आठ लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
घटना में शामिल आठ पर हत्या का मुकदमा दर्ज
उन्होंने बताया कि भारतीय दंड संहिता धारा 147 (उपद्रव का आरोप), 148 (घातक शस्त्रों के साथ उपद्रव),149 (पांच या पांच से अधिक लोगों के समूह द्वारा विधि विरुद्ध कृत्य), 302 (हत्या), अपराधी कानून संशोधन अधिनियम 1932 (सात), अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति, (नृशंसता निवारण 3 (2) 5) अधिनियम 1989 (संशोधन 2015) के तहत गुड्डू यादव, अरविंद सिंह, अमित सिंह, सुरेश, अनुज सिंह, राजेंद्र सिंह और अजीत सिंह तथा अमर सिंह सहित आठ लोगों को के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया है। एसपी ने बताया कि नामजद अभियुक्तों में से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है, शेष की गिरफ्तारी के लिए आठ टीमें गठित की गई है। उन्होंने दावा किया कि अन्य लोगों को शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा। पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम नहीं बताया। गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गयी है।
गांव में बनाया गया अस्थाई थाना
पुलिस अधीक्षक (एसपी) बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि अब हालात नियंत्रण में है। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। 6 आरोपी अभी भी फरार चल रहे है। जमीन के विवाद में तीनों की गोली मारकर हत्या की गई है। उन्होंने बताया कि एडीजी के आदेश पर गांव में अस्थाई थाना बनाया गया है। जिसमें एक निरीक्षक 11 उप निरीक्षक,60 कांस्टेबल हुए तैनात है। फिलहाल गांव में कानून व्यवस्था बेहतर है।