बदहाली के आंसू राे रहा खेड़ा शिलाजीत गांव, ग्रामीणाें ने कहा-गाेद ही ले लाे सीएम साहब

punjabkesari.in Wednesday, May 09, 2018 - 03:12 PM (IST)

हमीरपुरः उत्तर प्रदेश में कई बार सरकारें बदली, लेकिन हमीरपुर जनपद के खेड़ा शिलाजीत गांव की तस्वीर जस की तस बनी हुई है। यह वही हमीरपुर है जहां प्रदेश के उपमुख्यमंत्री 26 अप्रैल को पहुंचे थे। हमीरपुर मुख्यालय से 50 किमी की दूरी पर स्थित ये गांव आज भी मूलभूत सेवाओं से वंचित है। सबसे हैरानी की बात तो यह है कि इस गांव से कई मंत्री और नेता बन चुके हैं। इसके बावजूद भी यह बदहाली के आंसू रो रहा है। 
PunjabKesari
दरअसल हम बात कर रहे हैं हमीरपुर के खेड़ा शिलाजीत गांव की। ये गांव 21वीं सदी आने के बावजूद भी पिछड़े का पिछड़ा है। इस गांव में करीब 1000 घर हैं। यहां के लोगों को आज तक पक्की सड़क नसीब नहीं हुई। लोग कच्ची कीचड़ से भरी कच्ची सड़कों पर ही आते-जाते हैं। गाव में न तो ईंट सोलिंग है और न पीसीसी। नाली का भी निराकरण आज तक नहीं किया गया है। 
PunjabKesari
गांव के लोगों को प्यास बुझाने के लिए पानी की टंकी तो मुहैया कराई गई है, लेकिन सप्लाई अभी भी नहीं पहुंची है। फुस एवं खपरैल के मकान में रहने वाले दर्जनों परिवार को इंदिरा आवास देने की बात तो दूर, वीपीएल सूची में नाम तक नहीं है। जबकि सारे परिवार वीपीएल कटेगरी में आते हैं।
PunjabKesari
वहीं बात करें खेताें की सिंचाई व्यवस्था की ताे वह भी काेसाें दूर है। बस भगवान भरोसे से ही यहां के लाेग खेती करते हैं। डीजल इंजन के सहारे ही किसान सिर्फ खानेभर की फसल ही उपजा पाते हैं वाे भी बामुश्किल। 
PunjabKesari
ग्रामीणों को अब योगी और मोदी सरकार से गांव का विकास कराने का इंतजार है। वहीं लोगों का कहना है कि पीएम मोदी या सीएम योगी ही हमारे गांव को गोद ले लें ताकि इस गांव का विकास हो सके। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Ruby

Recommended News

Related News

static