UP Police की दरिंदगी! निर्दोष युवक को इतना पीटा कि निकल गया टॉयलेट... नाम की गलतफहमी में पुलिस की बर्बरता, शरीर पर छपे डंडों के निशान
punjabkesari.in Thursday, Nov 06, 2025 - 03:47 PM (IST)
Kannauj News: उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले से पुलिस की लापरवाही और बेरहमी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। सौरिख थाना क्षेत्र में मंगलवार शाम चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मियों ने एक निर्दोष युवक को इतनी बेरहमी से पीटा कि उसकी हालत बिगड़ गई। बताया जा रहा है कि वह खुद पर काबू नहीं रख सका और टॉयलेट निकल गया। युवक के शरीर पर लाठियों के गहरे निशान हैं।
तफ्सील से जानें घटनाक्रम
पूरा मामला नागला गूड़ा गांव का है। पीड़ित युवक कैलाश राजपूत बाइक से खड़नी जा रहे थे। रास्ते में चौकी इंचार्ज अंकित यादव और सिपाही अरविंद यादव तथा विशाल मिश्रा चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान पुलिस ने कैलाश राजपूत को रोकने की कोशिश की, लेकिन वह आगे निकल गया। बाद में जब पुलिस ने उसका नाम पूछा और उसने “कैलाश राजपूत” बताया तो पुलिसकर्मियों ने सोचा कि वह विधायक कैलाश राजपूत का नाम लेकर धौंस दिखा रहा है। इसी गलतफहमी में पुलिसवालों ने उसे बेरहमी से लाठियों से पीटना शुरू कर दिया।
विधायक ने खुद थाने पहुंचकर की कार्रवाई की मांग
घटना की जानकारी विधायक कैलाश राजपूत तक पहुंचते ही वह तुरंत पीड़ित को लेकर थाने पहुंचे। उन्होंने थाना प्रभारी से मामले की पूरी जानकारी लेते हुए एसपी विनोद कुमार से फोन पर बात कर दोषी पुलिस वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा, “सिर्फ नाम की गलतफहमी में एक निर्दोष युवक को जानवरों की तरह पीटा गया, यह अमानवीय है।”
तीनों आरोपी पुलिसवाले निलंबित
पुलिस मीडिया सेल द्वारा जारी प्रेस नोट के अनुसार, जांच में चौकी इंचार्ज अंकित यादव और सिपाही अरविंद यादव व विशाल मिश्रा की गलती पाई गई है। तीनों पुलिसवालों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की विभागीय जांच सीओ तिर्वा को सौंपी गई है।

