रील नहीं महाकुंभ में रियल होना चाहिए- मोनालिसा और IIT बाबा की रील पर बोले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
punjabkesari.in Monday, Jan 20, 2025 - 01:56 PM (IST)
प्रयागराज: संगम स्थली तीर्थराज प्रयागराज में महाकुंभ के अवसर पर अब तक आठ करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं, लेकिन वहां पर कुछ लोगों के द्वारा रील बना कर वायरल किया जा रहा है। इसे लेकर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ अस्था का विषय है। वहां पर रील नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वहां पर रीयल होनो चाहिए। शास्त्री ने कहा कि ऐसे में महाकुंभ अपने मकदस से भटक रहा है।
आप को बता दें कि हाल ही में सोशल मीडिया पर ट्रोल होने वालीं हर्षा रिछारिया मूल रूप से झांसी जिले के मऊरानीपुर कस्बे की रहने वाली हैं। भगवा कपड़ों में अखाड़ों के साथ स्नान करने के बाद से उन्हें लेकर कुंभ नगरी में विवाद छिड़ गया था। इसके चलते उन्होंने कुंभ नगरी छोड़ने तक का मन बना लिया था। उसके बाद महाकुंभ में वायरल गर्ल मोनालिसा अपनी खूबसूरती को लेकर खूबसर्खियों रहीं। उसके बाद आईआईटी वाले बाबा काफी चर्चा में आ गए।
जानकारी के मुताबिक आईआईटी वाले बाबा का असली नाम अभय सिंह है। उन्होंने आईआईटी मुंबई से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। इसके बाद कनाडा में 36 लाख रुपये के पैकेज वाली नौकरी बीच में छोड़ दी। फिर धर्म और संन्यास की राह पर निकल गए। आईआईटीयन बाबा अभय सिंह का मूल निवास हरियाणा जिला झज्जर है। इनके पिता कर्ण सिंह एडवोकेट हैं। अपने गुरु के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में शनिवार की रात जूना अखाड़े के शिविर से आईआईटीयन बाबा को निकल दिया गया है।
गौरतबल है कि रविवार शाम तक महाकुंभ के मौके पर त्रिवेणी में आठ करोड़ 26 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने स्नान किया है। रविवार को 12 लाख 79 हजार श्रद्धालुओं ने पवित्र डुबकी लगायी है। संगम की रेती पर दस लाख से अधिक श्रद्धालु कल्पवास कर रहे हैं। उन्होने बताया कि महाकुंभनगर जिला प्रशासन 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर्व के अवसर पर दस करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना के मद्देनजर तैयारी कर रहा है।