टॉयलेट एक बड़ी समस्याः ससुराल में नहीं था शौचालय तो 1 महीने में 16 बहुओं ने पकड़ी मायके की राह

punjabkesari.in Friday, Jul 17, 2020 - 06:26 PM (IST)

कुशीनगरः जब हमने स्वच्छ भारत का इरादा कर लिया है तो यह कहां से तर्कसंगत है कि नई नवेली दुल्हन जो कि अपनी आंखों में हजारों सपने लेकर ससुराल आई। मगर महज उन्हें मायके की ओर फिर से रुख इसलिए करना पड़ा क्योंकी उसके ससुराल में शौचालय नहीं है। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर से 16 बहुओं ने भी अपने मायके जाना सही समझा। क्योंकी उन्हें खुले में शौच मंजूर नहीं था।

बता दें कि यह मामला पडरौना ब्लॉक के जंगल जगदीपुर गांव के भरपटिया टोले का है। बहू ने चेताया है कि जब तक शौचालय नहीं बन जाता वह ससुराल में कदम तक नहीं रखेगी। उसके इस फैसले पर न सिर्फ परिवार बल्कि गांव वाले भी सन्न हैं। परिजनों के समझाने के बाद भी उसने अपना फैसला नहीं बदला और ससुराल छोड़ दिया। उक्त विकास खंड के जंगल जगदीपुर के टोला की कुल आबादी करीब एक हजार की है।वहां की रिना, पूनम,पुनिता,प्रियंका, बिमलाती,कविता, चन्दनी,निलम,रोली,काजल,संगम,गुडडी, सुमन,ज्योति,गिरजा,विन्दावती आदि बहुओं ने विवाह के पहले ही यह शर्त रखी थी कि ससुराल में शौचालय बनने के बाद ही वहां जाएगी। ऐसे में ससुराल के लोगों ने वादा भी किया था कि शादी के तुरंत बाद बनवा लेंगे। मगर हाल जस का तस रहा।

बहुओं की सासों ने कहा
वहीं मायके गईं बहुओं की सासों ने कहा कि हम गरीब हैं। मेहनत मजदूरी करके परिवार का खर्च चलता है। ससुराल आने के पहले ही बहूओं ने शौचालय बनवाने की बात कही थी, लेकिन शौचालय नही बन पाया। गांव के बाहर खुले में बहुओं को शौच जाने पर मनबढ़ छींटाकसी करते हैं। प्रधान व सचिव से मिलकर कई बार शौचालय की मांग की, लेकिन आज तक शौचालय नहीं बन सका। दिक्कत होने के कारण बहू मायके चली गई। आरोप लगाया कि बहू के मायके जाने की मुख्य वजह ग्राम प्रधान व सचिव हैं।

ग्रामीण कर चुके हैं शिकायत
ग्राम जंगल जगदीपुर के भरपटिया टोला मे शौचालयों में गोलमाल करने के साथ शौचालयों की निर्माण नही होने की शिकायत शिवराज, रामराज, बुनेली,रामनक्षत्र,जितेंद्र, अनिल, भुलन,जसवंत, कमाल,सदानंद,आन्नद,राधेश्याम,वकील,राहुल,अमरेश, कुसमावती,रिमा,अनारपति,सुगन्दी,चिंता,प्रमीला आदि कर चुके हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार शिकायत के बावजूद अधिकारियों ने संज्ञान नहीं लिया।

प्रधान और सचिव पर होगी कार्रवाई: डीपीआरओ
इस संबंध में डीपीआरओ राघोवेन्द्र दिवेदी का कहना है कि शौचालय की वजह से बहूओं को ससुराल छोड़ कर मायके जाने का मामला गंभीर है। एम.आई.एस.मे नाम होने के बाद भी यदि नही बना होगा तो सचिव व प्रधान के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिनका नाम एम.आई.एस.मे नही होगा उनके लिए समुदायिक शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है।लोग उसका उपयोग करें।

 

 

 


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Author

Moulshree Tripathi

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