सेक्स पॉवर बढ़ाने के लिए ''वैद्य'' से ली 48 लाख रुपये की दवा, हुआ साइड इफेक्ट्स, डॉक्टर बोले- अब तू ....
punjabkesari.in Thursday, Nov 27, 2025 - 01:52 PM (IST)
यूपी डेस्क: बेंगलुरु में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर एक फर्जी डॉक्टर द्वारा रची गई महाठगी का शिकार हो गया। ‘सेक्सुअल वेलनेस’ के नाम पर प्रलोभन देकर उससे लगभग 48 लाख रुपये वसूले गए। हैरानी की बात यह कि नकली आयुर्वेदिक दवाइयों ने उसके स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाने के बजाय उसकी किडनी को ही नुकसान पहुंचा दिया। पीड़ित ने जब घटना की शिकायत की तो पुलिस भी हैरान हो गई। इस मामले में पुलिस जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
तंबू में लगा ‘क्विक क्योर’ का जाल
पीड़ित युवक शिवमोग्गा का रहने वाला है और हाल ही में उसने केंगेरी स्थित एक अस्पताल से इलाज कराया था। तभी 3 मई को उसकी नजर शहर में लगे एक तंबू पर पड़ी, जिसमें ‘सेक्सुअल समस्याओं का तुरंत और स्थायी समाधान’ देने का दावा लिखा था। यहीं उसकी मुलाकात विजय गुरुजी से हुई, जिसने खुद को आयुर्वेद विशेषज्ञ बताकर युवक को इलाज का भरोसा दिया।
1.6 लाख प्रति ग्राम की 'देवराज बूटी'
जांच करने के बहाने गुरुजी ने युवक को 'देवराज बूटी' नाम की एक दवा दी, जिसके बारे में दावा किया गया कि वह हरिद्वार से लाई गई ‘दुर्लभ औषधि’ है। कीमत सुनकर कोई भी चौंक जाए — 1.6 लाख रुपये प्रति ग्राम। दवा को यशवंतपुर स्थित एक आयुर्वेदिक स्टोर से सिर्फ कैश में लेने के लिए कहा गया।
दवाओं का खेल यहीं नहीं रुका
इस बूटी के बाद गुरुजी ने और भी महंगी दवाएं लेने को कहा जिसकी कीमत कई उससे भी ज्यादा थी। पीड़िता के मुताबिक ‘भावना बूटी तेल’: 76,000 रुपये प्रति ग्राम, ‘देवराज रसाबूटी’: 2.6 लाख रुपये प्रति ग्राम पीड़ित इंजीनियर अपनी बीमारी का समाधान पाने की उम्मीद में परिवार के पैसे, बैंक लोन और दोस्तों से उधार लेकर दवाएं खरीदता रहा, उसके बाद भी जब उसे कोई फायदा नहीं मिला तो उसने घटना की जानकारी पुलिस को दे दी।
इलाज की जगह बिगड़ता गया स्वास्थ्य
काफी समय बाद भी जब कोई सुधार नहीं हुआ, तो युवक ने मेडिकल जांच कराई। रिपोर्ट ने बड़ा खुलासा किया — दवाओं के दुष्प्रभाव से उसकी किडनी डैमेज हो चुकी थी। जब उसने यह बात गुरुजी को बताई, तो आरोपी ने दवा बंद करने पर ‘भारी नुकसान’ होने की धमकी दी।
दो आरोपी फरार, पुलिस ने दर्ज किया केस
शिकायत मिलने पर पुलिस ने फर्जी डॉक्टर और दवा स्टोर मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। दोनों फिलहाल फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है। जांच में यह भी पता लगाया जा रहा है कि कहीं इस गिरोह के और भी लोग तो सक्रिय नहीं हैं। फिलहाल पंजाब केसरी अपने पाठकों को सलाह देती है कि यदि आप के सगे संबंधी को स्वाथ्य संबंधी कोई भी दिक्कत हो तो अच्छे डॉक्टरों या फिर विशेषज्ञों से ही इलाज कराए न कि किसी फर्जी डॉक्टरों या वैद्य के चक्कर में पड़ कर अपना सब कुछ गवा दें।

