यूपी पुलिस का घिनौना चेहरा, न्याय मांगने गए पीड़ित को बेरहमी से पीटा

punjabkesari.in Monday, Jun 22, 2020 - 01:58 PM (IST)

सुल्तानपुर: अपनी करतूत को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाली यूपी पुलिस का घिनौना चेहरा एक बार फिर सामने आया है। पुलिस ने न्याय मांगने पहुंचे पीड़ित को ही लॉकअप में डाल दिया और बेरहमी से पिटाई की। इतना ही नहीं पुलिस ने खुद को बचाने के लिए उनका 151 में चालान भी कर दिया। मामला जैसे ही मीडिया में आया एसपी के जांच के निर्देश दिए हैं। 

क्या है पूरा मामला?
पूरा मामला कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के पन्ना टिकरी गांव का है। रामनाथ पाठक आर्मी के रिटायर्ड कैप्टन हैं। लॉकडाउन के समय इनके घर के पढऩे लिखने वाले बच्चे घर पर आए हैं। इनके पड़ोस के गांव के रहने वाले श्याम नारायण इसी गांव में अपना ईंट भठ्ठा चलाते हैं। ईंट भ_े के आगे रामनाथ पाठक का बाग़ है। भठ्ठे के चलते बाग जाने का रास्ता पूरी तरह खराब हो चुका है। 18 जून को रामनाथ पाठक के बच्चे और भतीजे अपने बाग गए हुए थे। वापस लौटते समय इन लोगों ने श्याम नारायण से सड़क सही करवाने की बात कही। 

रास्ता ठीक करवाने से भट्ठा मालिक ने साफतौर पर मना कर दिया। जिसपर बच्चे और भतीजों ने डॉयल 112 पुलिस को फोन कर दिया। डॉयल 112 पुलिस के आने से पहले ही भट्ठा मालिक ने एसओ देहात कोतवाली को बुला लिया। मौके पर पहुंचे एसओ परिवार के सभी 6 बच्चों को पीटते हुए गाड़ी पर बैठा कर थाने ले गए। 

बच्चों पर थर्ड डिग्री के इस्तेमाल के बाद 15 हजार रुपए लिए
थाने पर एसओ ने बच्चों के साथ ऐसा सुलूक किया जैसे वो बहुत बड़े अपराधी हों। इनके साथ थर्ड डिग्री का प्रयोग करते हुई इनकी जमकर पिटाई की गई। इस बात की जानकारी जब रामनाथ पाठक को हुई तो ये भी थाने पहुंचे, लेकिन कोई सुनवाई न हुई। अंत में पुलिस ने बच्चों को छोडऩे के एवज में 15 हजार रुपए लिए और 24 घंटे बाद इनका 151 में चालान कर दिया। बाद में एसडीएम लंभुआ ने इन्हें जमानत पर छोड़ दिया। इसकी शिकायत रिटायर्ड कैप्टन ने पुलिस अधीक्षक से की। जिसपर एसपी शिवहरि मीणा ने जांच के आदेश दिए हैं।


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Ajay kumar

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